गुवाहाटी: भारत-श्रीलंका के बीच 5 जनवरी को गुवाहाटी में खेले जाने वाला पहला टी20 मैच बारिश और उसके बाद गीली पिच के चलते रद्द हो गया। पिच को बचाने के लिए जो कवर लगाया गया, वो फटा हुआ था, जिससे रिसकर पानी पिच तक पहुंच गया। इसके बाद हेयर ड्रायर की मदद से पिच को सुखाने की नाकाम कोशिश की गई, लेकिन मैच आखिरकार रद्द करना पड़ गया, जिसने जमकर फजीहत करा दी।

यह बात बीसीसीआई को पसंद नहीं आई। बीसीसीआई अब मुख्य क्यूरेटर आशीष भौमिक की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। बीसीसीआई अधिकारी के मुताबिक यह पहली बार है और इसका सीधा असर नए राज्य संघ के कम अनुभव पर पड़ेगा। साथ ही क्यूरेटर भौमिक और सीईओ राहुल जौहरी पर भी उंगली उठाई जा रही है।

आईएएनएस को दिए बयान में इस अधिकारी ने कहा, "इस तरह की चीजें होंगी क्योंकि लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लागू करने के बाद सभी संघों के अधिकारियों के सामने इस तरह की चीजें आएंगी। किसी भी संघ के पास मौका नहीं है कि वो निरंतरता में चीजें को प्लान करे। आज के दौर में पूरे विश्व में हित धारकों के लिए निरंतरता सबसे बड़ी चिंता का विषय है।"

उन्होंने कहा, "संघों को कभी इस तरह के मामले सुलझाने का मौका नहीं दिया गया। मुझे लगता है कि इसके लिए काफी हद तक बीसीसीआई क्यूरेटर और सीईओ को जिम्मेदार ठहराना चाहिए जिनको यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए था कि स्टेडियम में बुनियादी जरूरत की चीजें मौजूद हैं।"