लखनऊ: यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज योगी सरकार पर गोरखपुर में बच्चों की मौत का आंकड़ा छिपाने का आरोप लगाया। अखिलेश ने कहा कि गोरखपुर में दिमागी बुखार से ग्रस्त बच्चों का डॉक्टर दूसरी बीमारी के नाम पर गलत इलाज कर रहे हैं। इस कारण जनवरी 2019 से अक्तूबर 2019 तक 1500 बच्चों की मौत हुई। जापानी इंसेफ्लाइटिस से हुई मौतों का आंकड़े छिपाने के लिये सरकार का डॉक्टर पर दबाव है। इस पूरे मामले की जांच हाइकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के जज से कराई जाय।

अखिलेश यादव ने सोमवार को लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि प्रदेश सरकार को कोटा के अस्पताल में बच्चों की मौत की तो फिक्र है लेकिन गोरखपुर में बच्चों की जान जा रही है उसकी फिक्र कब करेगी। अखिलेश यादव ने कहा कि पिछली बार सरकार की गलती से जान गई थी लेकिन सरकार ने मदद के बजाय आकंड़े छुपाने में लगे थे। स्वास्थ्य मंत्री कह रहे थे कि अगस्त में बच्चे मरते हैं। सीएम कह रहे थे कि जो लोग बच्चे पैदा करते हैं वहां उनका ध्यान रखें। अखिलेश ने कहा जब मुलायम सिंह सीएम थे तो दिमाग़ी बुखार से मृत्यु पर 25 हजार और विकलांगता के शिकार बच्चों को 50 हजार मदद थी हमने इसे दोगुना किया। अखिलेश ने आरोप लगाया कि सरकार नहीं चाहती है गरीबों की मदद करना क्योंकि अधिकतर गरीबों के बच्चे ही इस बीमारी से काल का ग्रास बने हैं और इसलिये भी आकंड़े छुपा रहे हैं।

अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी मांग करती है कि इस मामले की जांच के लिए सिटिंग जज के साथ विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम गठित की जाय ताकि सच सामने आ सके|