नई दिल्ली: सोमवार को स्थानीय शेयर बाजारों में गिरावट का दौर रहा बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 788 अंक तक गिर गया, वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में भी 234 अंक की गिरावट दर्ज की गई। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स कारोबार की समाप्ति पर 787.98 अंक यानी 1.90 प्रतिशत गिरकर 40,676.63 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 233.60 अंक यानी 1.91 प्रतिशत घटकर 11,993.05 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स में शामिल शेयरों में बजाज फाइनेंस के शेयर में सबसे ज्यादा 4.63 प्रतिशत की गिरावट रही। इसके बाद स्टेट बैंक, इंडसइंड बैंक, मारुति, एचडीएफसी, हीरो मोटोकार्प, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में भी गिरावट रही। माना जा रहा है कि विभिन्न अन्तरराष्ट्रीय हालात का असर शेयर मार्केट पर पड़ा है, जिससे इसमें गिरावट दर्ज की गई है। शेयर मार्केट को प्रभावित करने वाले कुछ कारण निम्न हैं।

अमेरिका हमले में ईरान के टॉप मिलिट्री कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत से दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। ईरान की सरकार बदला लेने का ऐलान कर चुकी है और ईरान ने न्यूक्लियर समझौते से भी पीछे हटने के संकेत दिए हैं। ऐसे में दोनों देशों के बीच के तनाव का असर शेयर बाजार पर भी दिखाई दे रहा है।

दुनियाभर मे जारी भौगोलिक तनाव का असर दुनियाभर के बाजारों पर दिखाई दे रहा है। सोमवार को दुनिया के विभिन्न शेयर बाजारों में गिरावट का दौर देखा गया। दक्षिण कोरिया का शेयर बाजार 0.8 प्रतिशत, हॉन्ग कॉन्ग का शेयर बाजार 0.7 प्रतिशत, जापान का 2.1 प्रतिशत गिरा।

ईरान और अमेरिका के बीच के तनाव का असर दुनियाभर में तेल की कीमतों में उछाल देखा गया है। बीते 6 माह में तेल की कीमतें अपने उच्चतम स्तर पर हैं। फिलहाल ब्रेंट क्रूड ऑयल फिलहाल 70 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। भारत, जहां 80 प्रतिशत जरूरत का तेल आयात किया जाता है, वहां तेल की कीमतों में उछाल का बड़ा असर होता है।

डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमतों में आयी गिरावट का असर भी शेयर बाजार पर पड़ा है। सोमवार को कारोबार के दौरान डालर के मुकाबले रुपया 24 पैसे लुढ़ककर 72.04 रुपये प्रति डालर पर चला गया है।