नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मेट्रो सेवाएं और इंटरनेट बंद होने पर केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी को भी आवाज उठाने की इजाजत नहीं है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट में कहा, ‘जिन्होंने आज टैक्सपेयर्स का पैसा खर्च करके करोड़ों रुपए का विज्ञापन लोगों को समझाने के लिए निकाला है, वही लोग आज जनता की आवाज से इतना बौखलाएं हुए हैं कि सबकी आवाजें बंद कर रहे हैं। मेट्रो स्टेशन बंद हैं। इंटरनेट बंद है। हर जगह धारा 144 लागू है। किसी भी जगह आवाज उठाने की इजाजत नहीं है। मगर इतना जान लीजिए कि जितना आवाज दबाएंगे उतनी तेज आवाज उठेगी।’

उल्लेखनीय है कि संशोधित नागरिकता कानून (CAA), 2019 के खिलाफ देशभर के विभिन्न राज्यों में सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी बीच सुरक्षा की दृष्टि से दिल्ली में करीब 18 मेट्रो स्टेशन की सेवाएं बंद कर दी गई हैं। दूरसंचार कंपनी एयरटेल आइडिया-वीडियो ने दिल्ली के कुछ इलाकों में अपनी सभी सेवाएं बंद कर दी हैं। इसी बीच दिल्ली में लाल किला क्षेत्र के आसपास लागू निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए गुरुवार को सैकड़ों लोगों ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में मार्च निकालने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। अधिकारियों ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों में ‘स्वराज अभियान’ के प्रमुख योगेंद्र यादव भी शामिल हैं।

मार्च निकालने की कोशिश कर रहे छात्रों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को बसों में भरकर ले जाया गया। हाथों में तख्तियां लिए हुए और नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने बसों में ले जाए जाने का ज्यादा विरोध नहीं किया। यादव ने ट्वीट किया, ‘मुझे अभी-अभी लाल किला से हिरासत में लिया गया है। करीब एक हजार प्रदर्शनकारियों को पहले ही हिरासत में लिया जा चुका है। हजारों प्रदर्शनकारी रास्ते में हैं। हमें बताया गया है कि हमें बवाना ले जाया जा रहा है।’ दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से अपील की है कि वह प्रदर्शन के लिए निर्धारित स्थानों पर जाएं।

वामदलों के बृहस्पतिवार को देशव्यापी प्रदर्शन के दौरान दिल्ली में माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी और भाकपा के महासचिव डी राजा सहित अन्य वामदलों के नेताओं को पुलिस ने एहतियातन हिरासत में ले लिया है। वामदलों की ओर से मंडी हाउस से शहीदी पार्क तक आयोजित शांतिमार्च शुरु होने से पहले ही पुलिस ने येचुरी और राजा के अलावा वरिष्ठ माकपा नेता बृंदा करात और नीलोत्पल बसु सहित लगभग 200 लोगों को हिरासत में ले लिया है। डी राजा ने बताया कि वाम दलों के कार्यकर्ता शांतिपूर्ण तरीके से जनसभा कर पैदल मार्च के लिये आगे बढ़े ही थे कि पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। उन्होंने कहा कि सभी वामदलों के वरिष्ठ नेताओं को हिरासत में लिया गया है।