नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ गुरुवार को भारत बंद का आह्वान किया गया है। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के विरोध में माकपा और भाकपा समेत सभी वामदल और मुस्लिम संगठन आज देशव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस भारत बंद को विपक्ष का भी समर्थन प्राप्त है। प्रदर्शन को देखते हुए देश भर के कई हिस्सों में धारा 144 लगाई गई है। उधर, दिल्ली सहित कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। इनमें चर्चित इतिहासकार रामचंद्र गुहा, स्वराज्य अभियान पार्टी के नेता योगेंद्र यादव और उमर खालिद शामिल हैं। इस बीच नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश के संभल में प्रदर्शन हिंसक हो गया। यहां प्रदर्शनकारियों ने रोडवेज की एक बस को आग के हवाले कर दिया। फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाई।

वामदलों की ओर से बुधवार को जारी संयुक्त बयान के मुताबिक, माकपा, भाकपा, भाकपा माले, फॉरवर्ड ब्लॉक और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी समेत अन्य वाम संगठनों की सभी प्रदेश और जिला इकाई देश के जिला मुख्यालयों पर सीएए और एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन करेंगे। गौरतलब है कि लेफ्ट पार्टियों के इस भारत बंद को राजद, सपा, कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने अपना समर्थन दिया है।

दिल्ली पुलिस ने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी को मंडी हाउस से जंतर मंतर तक नागरिकता संशोधन अधिनियम और एनआरसी पर आज दोपहर 12 बजे होने वाले विरोध मार्च और लाल किला से शहीद भगत सिंह पार्क (आईटीओ) तक सुबह 11 बजे से 'हम भारत के लोग' के बैनर तले होने वाले मार्च के लिए अनुमति नहीं दी गई। इसी कड़ी में लाल किला के आसपास के अलावा, मंडी हाउस और उत्तर पूर्वी दिल्ली में धारा 144 लागू की गई है।

दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने बताया कि लाल किला क्षेत्र में धारा 144 लागू की गई है। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से अपील की है कि वे तय स्थानों पर ही प्रदर्शन करें। साथ ही पुलिस का सहयोग करने की भी गुजारिश की है।

दिल्ली में कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित, जेएनयू देशद्रोह मामले में आरोपित उमर खालिद समेत कई बड़े नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है। सभी नेता नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। इससे पहले बेंगलूरू में रामचंद्र गुहा, लालकिला क्षेत्र में योगेंद्र यादव को भी हिरासत में ले लिया गया था।

दिल्ली के कई इलाकों में प्रदर्शन के दौरान टेलीकॉम कंपनी एयरटेल ने राजधानी के कुछ हिस्सों में वॉयस, एसएमएस और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। एयरटेल ने ट्वीट कर यह जानकारी दी थी, हालांकि कुछ देर बाद यह ट्वीट डिलीट कर दिया गया।

राजधानी दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामिया, जसोला विहार, शाहीन बाग और मुनिरका के मेट्रो स्टेशन एहतियातन बंद किए गए हैं। दिल्ली मेट्रो रेल ने कहा है कि इन स्टेशनों पर मेट्रो नहीं रुकेगी। वहीं, दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने एक और बयान जारी कर कहा है कि पटेल चौक, लोक कल्याण मार्ग, उद्योग भवन, आईटीओ, प्रगति मैदान और खान मार्केट स्टेशनों के प्रवेश व निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। इन स्टेशनों पर मेट्रो ट्रेनें नहीं रोकी जाएंगी। सेंट्रल सेक्रेटेरिएट स्टेशन के भी प्रवेश व निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं, लेकिन इस स्टेशन पर ट्रेन बदलने की सुविधा जारी रहेगी। साथ ही, लाल किला, जामा मस्जिद, चांदनी चौक, विश्वविद्यालय, जनपथ, बाराखंभा के मेट्रो स्टेशनों पर एंट्री-एक्जिट नहीं दी जाएगी। इन स्टेशनों पर भी ट्रेनें नहीं रुकेंगी।

नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए यूपी में पूरे राज्य में धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस की ओर से अपील की गई है, “धारा 144 का उल्लंघन न करें। अभिभावक बच्चों को समझाएं कि किसी भी सम्मेलन का हिस्सा न बनें अन्यथा वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।” दिल्ली के बाद लखनऊ में भी नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन को देखते हुए मेट्रो को बंद किया गया है। परिवर्तन चौक से लेकर केडी सिंह बाबू मेट्रो स्टेशन तक शाम पांच बजे तक मेट्रो बंद रहेगी। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश के संभल में प्रदर्शन हिंसक हो गया। यहां प्रदर्शनकारियों ने रोडवेज की एक बस को आग के हवाले कर दिया। फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाई।

विरोध प्रदर्शन से पहले सीआरपीसी की धारा 149 के तहत 3,000 लोगों को नोटिस जारी किया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन सभी लोगों से विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं होने और दूसरों को शामिल होने के लिए नहीं उकसाने को कहा गया है। पुलिस ने इन लोगों को नोटिस जारी करने के पीछे 'लॉ एंड ऑर्डर' को मुख्य वजह बताया है। कुछ लोगों से पुलिस ने विरोध प्रदर्शन के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए बॉन्ड भी भरवाया है।