इरम गर्ल्स डिग्री कालेज में ‘‘विश्व अल्पसंख्यक अधिकार दिवस ’’ का आयोजन

लखनऊ: इरम गर्ल्स डिग्री कालेज के ख्वाजा मारूफ हाल में आज ‘‘ अल्पसंख्यक दिवस ’’का आयोजन सोसायटी के डायरेक्टर इन्जीनियर ख्वाजा फैजी यूनुस कालेजेज की अध्यक्षता में हुआ जिसमें इरम ग्रुप आफ कालेज की छात्राओं, टीचर्ज और स्टाफ ने बड़ी तादाद में शिरकत की।

सोसायटी के डायरेक्टर इन्जीनियर ख्वाजा फैज़ी यूनुस ने इस मौके पर अपने सम्बोधन में कहा कि आज हमें ‘‘विश्व अल्पसंख्यक अधिकार दिवस ’’ मनाते वक्त बेइन्तेहा ख़ुशी का एहसास हो रहा है उन्होंने अपने खिताब में छात्राओं को बताया कि यह दिन 18 दिसम्बर 1992 से शाने शौकत के साथ मनाया जा रहा है। उन्होने बताया कि यूनाइटेड नेशंस की जनरल असम्बली ने 18 दिसम्बर को ‘‘विश्व अल्पसंख्यक अधिकार दिवस ’’ मनाने के लिए चुना था। ख्वाजा फैजी यूनुस ने कहा कि हिन्दुस्तान में अल्पसंख्यकों की श्रेणी में मुसलमान, सिख, बौद्ध, इसाई, पारसी, और जैन धर्म के मानने वाले शामिल है। उन्होने अपने सम्बोधन में आगे कहा कि उपरोक्त धर्मों के मानने वालों में सबसे बड़ी संख्या में हिन्दुस्तान में मुसलमान रहते है और भारत के संविधान से प्रदत्त अपने सभी अधिकारों का इस्तेमाल आजादी के साथ करते हैं। उन्होंने कहा कि आज का दिन हम सब के लिए खुशी का दिन है और हमें इस बात का एहसास है कि हम इस देश के सबसे बड़े अल्पसंख्यक है। ख्वाजा फैजी यूनुस ने कहा कि हिन्दुस्तान के मुसलमान हिन्दुस्तान के नागरिक होने की वजह से मुल्क से मोहब्बत करते है और इस मुल्क के लिए बेहद वफादार भी है।

इस मौके पर सोसाइटी के सेक्रेटरी ख्वाजा सैफी यूनुस ने भी इस दिन की अहमियत पर रोशनी डालते हुए कहा कि इस मुल्क में मुसलमान को वही अधिकार और आजादी हासिल है जो देश के दूसरे समुदायों सम्प्रदायों को हासिल है। हम इस मुल्क में बहुत इत्मिमान और खुशी के साथ खुशी की जिंदगी गुजार रहे हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन यह बात अफसोस की है विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने मुसलमानों का इस्तेमाल सिर्फ वोट बैंक के लिए किया है। उन्होंने कहा कि आज के इस अहम और यादगार दिन पर हमको यह प्रण लेना होगा कि हम वोट बैंक न बनकर शिक्षा की राह पर तेजी से साथ आगे कदम बढ़ाएंगे और खुद अपनी तरक्की के साथ साथ मुल्क की तरक्की में हिस्सा लेंगे ।

इस मौके पर प्रिन्सिपल मैडम सहर सुल्तान सोसायटी के एडवाइजर एचएम यासीन, मोहतरमा सालेहा खान, कहकशां खातून वगैरा ने खुसूसी तौर पर शिरकत की।