लखनऊ: उन्नाव के बाद कानपुर देहात के सरवा (रूरा) गांव में एक रेप पीड़िता ने बलात्कारियों की गिरफ्तारी न होने पर फांसी लगाकर आत्महत्या किये जाने की दुःखद घटना पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू आज मृतका के गांव सरवा(रूरा) जाकर पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर गहरी शोक संवेदना व्यक्त किया और उन्हें ढांढस बंधाया।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कक्षा 8 की नाबालिग छात्रा के साथ दरिंदों ने बन्धक बनाकर दुष्कर्म किया और पीड़िता अपनी मां के साथ जब-जब थाने गयी, उसे दुत्कारा गया, दस दिन तक थाने पर बैठाये रखा गया। जिले के सभी अधिकारियों से गुहार लगायी। कोई सुनवाई नहीं हुई। सम्बन्धित थाने के दरोगा रोजाना मृतका के घर जाकर उसके परिजनों को ही धमकाता रहा। मृतका ने न्याय के लिए मुख्यमंत्री जी के पोर्टल पर भी शिकायत की थी तब भी सुनवाई नहीं हुई। अपराधी बेखौफ होकर घूमते रहे, जिससे आजिज आकर उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। प्रदेश की एक और बेटी नकारी भाजपा सरकार की नकारी कानून व्यवस्था की भेंट चढ़ गयी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यदि समय रहते आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर ली होती तो शायद यह घटना न होती।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने पीड़ित परिजनों से मुलाकात के बाद कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यह बतायेंगे कि क्या प्रदेश किसी बहन बेटी के लिए सुरक्षित नहीं है? कभी लड़की को जिन्दा जला दिया जायेगा तो कभी एक लड़की को घर में बन्धक बनाकर उसके साथ बलात्कार किया जायेगा। उसके बाद जब पीड़ित लड़की न्याय की गुहार करेगी तो उसकी गुहार सुनने का काम नहीं किया जायेगा। उन्होने कहा कि इस सरकार को बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। हमें पीड़ा है, दर्द है, उनके पिता और परिजनों से मिलने के बाद जैसी स्थिति देखने को मिली, भगवान न करे ऐसी स्थिति किसी के सामने आये। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री जी ध्यान दीजिए, केवल भाषण से काम नहीं चलेगा। भाषण करने झारखण्ड जाते हैं, उ0प्र0 नहीं संभल रहा, बेटियां सुरक्षित नहीं है। कसूर सिर्फ इतना है कि एक गरीब के घर की बेटी है, प्रदेश में इस तरह स्थिति उत्पन्न की जायेगी। प्रदेश में जंगलराज कायम हो गया है, अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारी निरंकुश हैं। आखिर कौन सी ऐसी स्थितियां थीं कि अधिकारियेां ने अभी तक यहां आकर मुआयना तक नहीं किया? इनकी पीड़ा समझनी होगी। मृतका के पिता के साथ, मां के साथ क्या बर्ताव हुआ है? उस बेटी से पूछिये जो रोज थाने जाती होगी मां के साथ। कोर्ट में धारा 164 के बयान के लिए दस दिन थाने में बैठाये रखा। कानून व्यवस्था के खिलाफ, व्यवस्था के खिलाफ, महिला उत्पीड़न के खिलाफ लड़ेंगे और आज महिला उत्पीड़न के खिलाफ कानपुर में मार्च भी करेंगे, अगर जल्द ही कार्यवाही नहीं हुई और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तो सड़क पर और भी मजबूती के साथ उतरेंगे और सरकार को घुटने टेकने के लिए मजबूर करेंगे, सदन में भी इस मुद्दे को उठायेंगे। प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार से मांग की कि तत्काल आरोपियों की गिरफ्तारी करे और पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद करे। उन्होने महामहिम राज्यपाल महोदया से प्रदेश में महिलाओं के विरूद्ध बढ़ रहे अपराधों और सरकार की नाकामी को देखते हुए सरकार को बर्खास्त करने की मांग की।

उन्नाव रेप पीड़िता की हत्या, सरवा (रूरा) में रेप पीड़िता द्वारा की गयी आत्महत्या व प्रदेश में हो रहे लगातार महिलाओं के साथ बलात्कार और हत्या की घटनाओं के विरोध में महानगर कांग्रेस कमेटी कानपुर के तत्वावधान में कैंण्डिल मार्च बड़ा चौराहा कानपुर से शहीद स्थल, कम्पनी बाग तक निकाला गया|