नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर अब संसद में भी जमकर हंगामा जारी है। नौबत यहां तक पहुंच गई कि लोकसभा में कांग्रेस सांसदों को मार्शलों ने बाहर निकाला। इस बीच कांग्रेस ने लोकसभा के मार्शलों पर वेल में विरोध कर रहीं महिला सांसदों से धक्का-मुक्की का आरोप लगाया है। दरअसल राहुल गांधी के बयान के बाद लोकसभा में भारी हंगामा होने लगा। वेल में नारेबाजी होने लगी। बैनर-पोस्टर भी लहराए गए। लोकसभा अध्यक्ष ने सदस्यों से लगातार शांति बनाए रखने की अपील की लेकिन कोई असर नहीं दिखा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने विरोध कर रहे सदस्यों को सदन से बाहर निकालने का निर्देश दे दिया।

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार के गठन को लेकर सदन के वेल में विरोध कर रही महिला सांसदों के साथ सुरक्षाकर्मियों द्वारा धक्कामुक्की की गई। चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, "सुरक्षाकर्मियों ने हमारी महिला सांसदों से धक्कामुक्की की। हमने संसद के अंदर कभी ऐसा अनुभव नहीं किया है। हम यह देखने के लिए इंतजार करेंगे कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है।"

केरल से कांग्रेस सांसद हिबी एडेन ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों ने हमारा बैनर छीन लिया, यह अलोकतांत्रिक है। मार्शलों ने हमारे साथ धक्कामुक्की की। महिला सांसदों तक से धक्कामुक्की हुई। हमने इसके खिलाफ स्पीकर को लिखित शिकायत दी है।

महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक घटनाक्रमों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि राज्य में ‘लोकतंत्र की हत्या हुई है।’ इस दौरान लोकसभा में उन्होंने कहा कि सवाल पूछने का कोई मतलब नहीं है।

लोकसभा में राहुल गांधी ने यह टिप्पणी तब की जब स्पीकर ने उनसे प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्न पूछने को कहा। सदन में कांग्रेस सदस्यों की नारेबाजी के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कराया और अनुसूचित जाति के लड़के-लड़कियों के छात्रावास विषय पर पूरक प्रश्न पूछने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम पुकारा।

इस सत्र में पहली बार सदन में पहुंचे गांधी ने सवाल पूछने से इनकार करते हुए कहा, ‘‘महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या हुई है, ऐसे में मेरे सवाल पूछने का कोई मतलब नहीं है।’’ इस दौरान सदन में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद थीं।