नई दिल्ली: मालेगांव बम धमाकों की आरोपी और भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की कमेटी में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। साध्वी प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की कमेटी का सदस्य बनाया गया है, इस कमेटी की अगुवाई रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं। समिति में कुल 21 सदस्य हैं। बीजेपी की विवादित सांसद को इस समिति में शामिल करने पर राजनीतिक बवाल भी शुरू हो गया है। बता दें कि अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाली साध्वी प्रज्ञा ने इस बार भोपाल से बड़ी जीत दर्ज की थी, लोकसभा चुनाव में उनके कई बयानों पर विवाद हुआ था।

रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति में 21 सदस्यों को शामिल किया गया है। बीजेपी की विवादित सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के साथ इसमें विपक्षी दलों के प्रमुख चेहरों को भी जगह दी गई है। विपक्षी सांसदों में जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला और एनसीपी प्रमुख शरद पवार शामिल हैं। हालांकि, प्रज्ञा का नाम इस समिति में होने के कारण काफी विवाद भी हो सकता है।

साध्वी प्रज्ञा के कमेटी में शामिल किए जाने को कांग्रेस पार्टी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। कमलनाथ सरकार में मंत्री पीसी शर्मा ने इसकी निंदा की है, उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में फर्क है। उन्होंने कहा कि पीएम ने कहा था कि उनपर कार्रवाई करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को जब से लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया गया था, तभी से उनके बयान सुर्खियों में बने रहे। फिर चाहे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताना हो, विपक्षी नेताओं पर भाजपा नेताओं के ऊपर ‘मारक शक्ति’ का इस्तेमाल किए जाने वाला वक्तव्य हो, कई बार प्रज्ञा विवादों में रही हैं।

मालेगांव बम धमाकों की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को हराकर सांसद बनी हैं। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान गोडसे पर की टिप्पणी के कारण प्रज्ञा की काफी आलोचना हुई थी। भोपाल से सांसद प्रज्ञा अपने आक्रामक विवादित बयानों के लिए काफी चर्चित रही हैं।