वाशिंगटन: अमरीकी गुप्तचर सेवा सीआईए के पूर्व प्रमुख David Petraeus ने सीएनबीसी टीवी चैनेल से बात करते हुए बताया है कि सऊदी अरब का बजट घाटा और क्षेत्रीय युद्धों में उसके सहयोग के कारण इस देश का विदेशी मुद्रा भण्डार बहुत तेज़ी के साथ कम होता जा रहा है। सीआईए प्रमुख ने कहा कि सऊदी अरब जैसे धनी देश की धन-संपत्ति अब बहुत तेज़ी से समाप्त होती जा रही है।

डेविड पेट्रस ने बताया कि तेल के मूल्यों के दृष्टिगत सऊदी अरब को 40 से 60 अरब डाॅलर का बजट घाटा हुआ है। उन्होंने कहा कि इसी के साथ क्षेत्रीय देशों में रेयाज़ की कार्यवाहियों पर भी काफ़ी पैसा ख़र्च हो रहा है। सीआईए के पूर्व प्रमुख के अनुसार सऊदी अरब के युवराज मुहम्मद बिन सलमान की आगामी 2030 की योजना को व्यवहारिक बनाने के लिए विदेशी पूंजी निवेश की बहुत आवश्यकता है।

उल्लेखनीय है कि हालिया वर्षों के दौरान सऊदी अरब में आर्थिक समस्याएं बहुत तेज़ी से बढ़ी हैं जबकि इस देश के अधिकार बजट के बहुत बड़े भाग को युद्ध और हथियारों की ख़रीद पर ख़र्च कर रहे हैं। सऊदी अरब ने यूएई और कुछ देशों के साथ मिलकर यमन के विरुद्ध युद्ध आरंभ कर रखा है जिसमें वह अबतक अरबों डाॅलर ख़र्च करने के बावजूद कुछ भी हासिल नहीं कर सका है।