नई दिल्ली: कर्नाटक के कांग्रेस के नेता डीके शिवकुमार की हिरासत अवधि बढ़ा दी गई है. दिल्ली के राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने उन्हें 17 सितंबर तक के लिए ईडी की रिमांड में भेज दिया. कोर्ट ने कहा कि डीके शिवकुमार की मेडिकल जरूरतों का ध्यान रखा जाए. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा एक धनशोधन मामले में गिरफ्तार डीके शिवकुमार की नौ दिन की हिरासत अवधि पूरी होने के बाद शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया.

कांग्रेस के नेता डीके शिवकुमार को आज दिल्ली के राउज़ एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया. शिवकुमार नौ दिन से ईडी की कस्टडी में थे. शिवकुमार को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने 3 सितंबर को गिरफ़्तार किया था. ईडी ने डीके शिवकुमार की बेटी ऐश्वर्या समेत कुछ अन्य आरोपियों से पूछताछ की है. ईडी की पूछताछ के दौरान डीके शिवकुमार की दो बार तबियत खराब हो चुकी है. ED ने पिछले साल सितंबर में शिवकुमार के अलावा नई दिल्ली स्थित कर्नाटक भवन के कर्मचारी हनुमंथैया और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था.

ईडी ने आज कोर्ट से डीके शिवकुमार की आगे और रिमांड मांगी. ईडी की ओर से नटराज ने कहा कि शिवकुमार जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. वे बार-बार ब्रेक ले रहे हैं. वे सवालों के जवाब नहीं दे रहे हैं. शिवकुमार उनसे संबंधित बेनामी प्रापर्टी और बैंक खातों के सवालों का जवाब नहीं दे रहे हैं. डीके शिवकुमार ने 200 करोड़ से ज़्यादा रुपये की लॉन्ड्रिंग की है. उन्होंने कहा कि डीके शिवकुमार की बेटी के नाम 108 से ज़्यादा की संपत्तियां हैं. शिवकुमार के परिवार और दूसरे साथियों के 317 बैंक एकाउंट बनाकर लॉन्ड्रिंग की. डीके शिवकुमार बेहद अहम जानकारियां दबाकर बैठे हैं.

ईडी ओर से कहा गया कि हमने शिवकुमार के कई ठिकानों से 8.5 करोड़ बरामद किए हैं. जज ने कहा कि क्या आपको लगता है कि शिवकुमार आगे जांच में सहयोग करेंगे? इस पर नटराज ने कहा कि हमें और पूछताछ करने के लिए इनकी 5 दिन की कस्टडी चाहिए . जज ने पूछा कि क्या ईडी जांच का दायरा बढ़ा रहा है? आपने दिल्ली में 8.3 करोड़ बरामद किए हैं. आप किन आरोपों की जांच कर रहे हैं? नटराज ने कहा कि हम दूसरे आरोपियों को बुलाकर पूछताछ कर रहे हैं. हम शिवकुमार का दूसरे आरोपियों के बयानों से आमना-सामना कराना चाहते हैं.

शिवकुमार के वकील सिंघवी ने कहा कि आप शिवकुमार से 100 घंटे की पूछताछ कर चुके हैं. रोज़ आप 10 घंटे पूछताछ कर चुके हैं. शिवकुमार की तबियत ठीक नहीं है. शिवकुमार का ब्लड प्रेशर काफ़ी बढ़ा हुआ है. उनका ब्लड प्रेशर लगातार 170/100 से ज़्यादा है. इतने ज़्यादा ब्लड प्रेशर से स्ट्रोक हो सकता है. कल शिवकुमार का बीपी 200 के ऊपर था, पर ईडी ने इसका खुलासा नहीं किया. शिवकुमार को हॉस्पिटल में होना चाहिए. शिवकुमार पिछले 12 दिन से ईडी के पास हैं.

सिंघवी ने सरवना भवन के मालिक की मौत का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि हर केस में जैसे मौत की सज़ा नहीं दी जाती वैसे ही हर केस में 15 दिन की हिरासत नहीं दी जा सकती. शिवकुमार जांच में सहयोग करते रहे हैं. शिवकुमार ईडी के बुलाने पर पूछताछ के लिए भी आए हैं. ईडी की रिकवरी सिर्फ़ 41 लाख की है. ईडी कर्नाटक सरकार की प्रापर्टी भी शिवकुमार की बता रही है. 13 दिन में 130 घंटे पूछताछ की है. तीन दूसरे आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं. तीनों की प्रापर्टी अलग हैं. सब अलग आईटीआर फ़ाइल करते हैं.

उन्होंने कहा कि इतने हाई ब्लड प्रेशर में आदमी ब्रेक तो लेगा ही. शिवकुमार ने सारे जवाब दिए हैं. ईडी ने खुद कहा है कि आपने आठ दिन किसी के साथ आमना-सामना नहीं कराया. शिवकुमार की बेटी से कल 10 घंटे पूछताछ की गई. शिवकुमार के पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है. शिवकुमार कहीं नहीं भाग रहे हैं. हमने 4 तारीख़ को ज़मानत याचिका लगाई थी.

जज ने कहा कि सोमवार तक ईडी ज़मानत याचिका पर जवाब दाखिल करे. कोर्ट में डीके शिवकुमार ने कहा कि मैं लगातार जांच में सहयोग कर रहा हूं. मेरे बस 5 बैंक खाते हैं. मैं सारे कागज़ दे सकता हूं. ईडी कह रही है कि 317 हैं.

इसके बाद अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय में शिवकुमार की हिरासत अवधि 17 सितंबर तक बढ़ाने का आदेश दिया.