मुज़फ़्फ़राबाद: पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर की राजधानी मुज़फ़्फ़राबाद में शुक्रवार को एक जलसे को संबोधित करते हुए इमरान ख़ान ने कहा कि वो भारत प्रशासित कश्मीर के लोगों के लिए वो करेंगे जो आजतक किसी ने नहीं किया होगा.

भारत ने पाँच अगस्त को जम्मु-कश्मीर राज्य को संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत मिलने वाले विशेष राज्य के दर्जे को ख़त्म कर दिया था. इसके अलावा जम्मू -कश्मीर राज्य को भी समाप्त कर उसे दो केंद्र प्रशासित प्रदेश बनाने की घोषणा की थी. उसके बाद से ही कश्मीर में तनाव बना हुआ है. नागरिक अधिकारों पर पाबंदी लगी हुई है.

शुक्रवार को कश्मीरी जनता के समर्थन में आयोजित जलसे को संबोधित करते हुए इमरान ख़ान ने भारत की सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी और उसके वैचारिक संगठन आरएसएस को भी निशाना बनाया. इमरान ख़ान ने कहा कि आरएसएस हिटलर और मुसोलिनी को अपना रोल मॉडल मानती है और भारत की सरकार उसी विचारधारा को कश्मीर पर थोंपना चाहती है.

उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि वो जो कर रहे हैं उससे कश्मीरी जनता में भारी प्रतिक्रिया होगी और इससे हिंसक वारदातों में और इज़ाफ़ा होगा. इमरान ने कहा कि न केवल कश्मीर, बल्कि 20 करोड़ भारतीय मुसलमानों और दुनिया भर के सवा अरब मुसलमानों में इसको लेकर प्रतिक्रिया होगी. इमरान ने कहा कि भारत न केवल कश्मीरियों को बल्कि 20 करोड़ भारतीय मुसलमानों को भी इंतहापसंदी यानी अतिवाद की तरफ़ धकेल रहा है.

इमरान ने पुलवामा हमले का ज़िक्र करते हुए कहा कि भारतीय सेना के ज़ुल्म के शिकार 20 साल के एक नौजवान ने भारतीय सैनिकों पर हमला किया जिसमें 40 से ज़्यादा सैनिक मारे गए थे. लेकिन भारत ने उसके लिए पाकिस्तान को ज़िम्मेदार ठहराया और बालाकोट पर बमबारी की.

इमरान ने कहा कि पाकिस्तान ने भारतीय जहाज़ को मार दिया और उनके लड़ाकू विमान के एक पायलट को भी पकड़ लिया था. इमरान ख़ान ने कहा कि पाकिस्तान ने भारतीय पायलट को इसलिए वापस कर दिया क्योंकि पाकिस्तान इलाक़े में शांति चाहता है. पाक पीएम ने कहा कि इसी महीने के आख़िर में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी कश्मीर की बात करेंगे. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय जगत से कहा कि वो 'हिंदुस्तान के हिटलर' को रोकें.