नई दिल्ली: लोकतांत्रिक मूल्यों में गिरावट का हवाला देते हुए कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के डिप्टी कमिशनर एस शशिकांत सेंथिल ने शुक्रवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) से इस्तीफा दे दिया। सेंथिल कर्नाटक कैडर के 2009 बैच के आईएसएस अधिकारी हैं। उन्होंने एक पत्र में लिखा कि ‘एक प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर मेरा सेवा में बने रहना अनैतिक है क्योंकि लोकतंत्र के बुनियादों मूल्यों के साथ खिलवाड़ हो रहा है। आने वाले दिन राष्ट्र के मूल ताने-बाने में बेहद कठिनाईयां और चुनौतियां पेश होंगी। ऐसे में मैंने अपने काम को जारी रखने के लिए सेवा से बाहर होना ही बेहतर समझा।

उन्होंने जून 2017 में दक्षिण कन्नड़ जिले के डिप्टी कमिशनर पद की जिम्मेदारी संभाली थी। वह जिले के सक्रिय डिप्टी कमिशनर कहे जाते हैं। 40 वर्षीय सेंथिल तमिलनाडु के रहने वाले हैं। उन्होंने तिरुचिरापल्ली के भारतीदासन विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कॉलेज से फर्स्ट डिविजन के साथ बीई (इलेक्ट्रानिक्स) कोर्स किया हुआ है। उन्होंने 2009 से 2012 के दौरान बल्लारी में असिस्टेंट कमिनशनर पद पर भी अपनी सेवाएं दी हैं। दो बार शिवमोग्गा जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद पर रहे। इसके अलावा सेंथिल चित्रदुर्ग और रायचूर जिले के डिप्टी कमिशनर भी रह चुके हैं। वह नवंबर 2016 से खान और भूविज्ञान विभाग में निदेशक पद भी रह चुके हैं।

मालूम हो कि इससे पहले जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद वहां पर लगी पाबंदियों के खिलाफ आईएएस अधिकारी कानन गोपीनाथ ने प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि इसके बाद सरकार की तरफ से कानन को ड्यूटी ज्वाइन करने संबंधी नोटिस भी भेजा गया, लेकिन आईएएस अधिकारी ने ड्यूटी पर वापस लौटने की संभावनाओं को खारिज कर दिया था।साल 2012 बैच के एजीएमयूटी कैडर के आईएएस अधिकारी का कहना है कि ‘मेरा सेवा में वापस आने का कोई इरादा नहीं है, यह बात खत्म हो चुकी है और ना ही मैं ड्यूटी जारी रखना चाहता हूं।