कराची: पाकिस्तान के अनुभवी बल्लेबाज अजहर अली ने इस बात के संकेत दिए हैं कि वो वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट से अपने संन्यास के फैसले को वापस ले सकते हैं। 34 वर्षीय अजहर अली ने 53 वनडे इंटरनेशनल मैच खेलने के बाद संन्यास का फैसला लिया था। वो पाकिस्तान की विश्व कप टीम का हिस्सा भी थे।

इसके अलावा अजहर 2017 चैम्पियंस ट्रॉफी के दौरान भी टीम का हिस्सा थे। अजहर अली ने कहा, 'मैंने संन्यास का फैसला इसलिए लिया था क्योंकि टीम में मुझे अपने लिए कोई जगह नजर नहीं आ रही थी। मुझे लगा था कि विश्व कप टीम में मेरे लिए जगह पक्की नहीं है और इसीलिए मैंने संन्यास का फैसला लिया था।' उनसे जब पूछा गया कि क्या वो अपना फैसला वापस लेंगे अगर चयनकर्ताओं ने उनसे टीम में खेलने के लिए संपर्क किया, तो अजहर का जवाब था, 'मैं अपने संन्यास के फैसले के बारे में दोबारा सोचूंगा अगर ऐसा समय आया, लेकिन फिलहाल मैं क्रिकेट के इस फॉरमैट से संन्यास ले चुका हूं।'

उन्होंने कहा, 'पीसीबी को अभी कोच और सिलेक्शन कमिटी को लेकर फैसले लेने हैं, तो ऐसे में अपने संन्यास के बारे में सोचना जल्दबाजी होगी।' अजहर ने बताया कि उनका फिलहाल सारा फोकस आने वाले सीजन पर है। 2011 विश्व कप के बाद वनडे टीम के कप्तान बनाए गए अजहर ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट पर फोकस करने के लिए वनडे फॉरमैट से संन्यास लेने के फैसले पर मुझे कोई दुख नहीं है। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि एक टीम के तौर पर हमें टेस्ट क्रिकेट में बेहतर करने की कोशिश करनी चाहिए। सिर्फ होम सीरीज जीतने पर नहीं बल्कि इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में भी जाकर जीतना होगा।'

अजहर अली 73 टेस्ट मैच खेल चुके हैं और उनके खाते में ट्रिपल और डबल सेंचुरी दर्ज है। अजहर का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट में पाकिस्तान का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। उन्होंने कहा, 'हमें संघर्ष करना पड़ा और मुझे लगता है इसका सबसे पहला कारण दो सीनियर खिलाड़ियों का रिटायर होना है। उनके रिटायरमेंट का असर टीम पर पड़ा, ना सिर्फ बल्लेबाजी में बल्कि और भी तरह से। हर टीम संघर्ष करती है जब सीनियर खिलाड़ी संन्यास लेते हैं। रिप्लेसमेंट मिलना इतना आसान नहीं होता है। उम्मीद करता हूं कि खिलाड़ी आएंगे और बेहतर प्रदर्शन करेंगे।'