नई दिल्ली: बीजेपी ने रेप के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को पार्टी से निष्काषित कर दिया है. पार्टी के इस मामले में सख्त रूख का अंदाजा तभी से लगाया जाने लगा था जब आलाकमान ने यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को गुरुवार सुबह अचानक दिल्ली तलब किया था. इसके बाद स्वतंत्र देव सिंह अपने अयोध्या दौरे को बीच में ही छोड़कर विशेष विमान से दिल्ली चले गए थे. तभी से ही ये साफ हो गया था कि बीजेपी कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई कर सकती है.

बता दें कि उन्नाव के बांगरमऊ विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर विधायक चुने गए कुलदीप सिंह सेंगर पर वर्ष 2017 में नाबालिग लड़की ने रेप का आरोप लगाया था. पीड़ित लड़की के मुताबिक न सिर्फ विधायक बल्कि उनके आदमियों ने भी उससे रेप किया था.

दुर्घटनाग्रस्त इसी कार में पीड़ित लड़की और उसके रिश्तेदार सवार होकर लौट रायबरेली से उन्नाव लौट रहे थे. उनके साथ उनका वकील भी कार में सवार था.

मूल रूप से फतेहपुर के रहने वाले कुलदीप सिंह सेंगर की माखी गांव में तूती बोलती है. उन्नाव के माखी थाना क्षेत्र के सराय थोक पर उनका ननिहाल है. वो यहीं आकर बस गए. कुलदीप सेंगर ने यूथ कांग्रेस से अपनी राजनीति की शुरूआत की थी. वो उन्नाव के अलग-अलग विधानसभा सीटों से लगातार 4 बार जीतकर विधायक निर्वाचित हुए हैं.

सेंगर वर्ष 2002 में भगवंतनगर से बीएसपी के टिकट पर सबसे पहली बार विधायक बने. इसके बाद 2007 और 2012 में वो सपा के टिकट पर चुने गए. जबकि वर्ष 2017 में वो उन्नाव जिले के बांगरमऊ से बीजेपी के टिकट पर चुनकर विधानसभा पहुंचे.