नई दिल्ली: भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सोमवार को भोपाल से सांसद प्रज्ञा ठाकुर की उनकी उस टिप्पणी के लिए “खिंचाई” की जिसमें उन्होंने कहा था कि वह शौचालय साफ करने के लिये सांसद नहीं बनी हैं। इस बयान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वच्छ भारत’ अभियान के उपहास के तौर पर देखा गया।

पार्टी सूत्रों ने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर को भाजपा मुख्यालय तलब किया गया था जहां नड्डा ने उन्हें बताया कि पार्टी नेतृत्व मध्य प्रदेश के सीहोर में रविवार को उनके द्वारा दिये गए बयान से खुश नहीं है। उन्होंने कहा कि ठाकुर की खिंचाई करते हुए उनसे पार्टी के कार्यक्रमों और विचारों के खिलाफ बयान देने से बचने को कहा गया है।

पार्टी कार्यालय से निकलते वक्त भाजपा सांसद ने वहां मौजूद पत्रकारों से बात नहीं की। मध्य प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए 2008 मालेगांव बम धमाका मामले की आरोपी ठाकुर ने कहा था कि एक सांसद का काम विधायकों, पार्षदों और जन प्रतिनिधियों के साथ मिलकर काम करते हुए विकास सुनिश्चित करना होता है।

प्रज्ञा ठाकुर बम धमाका मामले में फिलहाल जमानत पर हैं। उन्होंने कहा, “इसलिये इसे ध्यान में रखिये…हम यहां नालियों की सफाई के लिये नहीं हैं। यह साफ है? हम निश्चित रूप से (यहां) आपके शौचालय साफ करने के लिये नहीं हैं। हमें जो काम करना है और जिसके लिये हमें निर्वाचित किया गया है, हम उसे ईमानदारी से करेंगे। यह हमनें पूर्व में भी कहा है, आज भी कह रहे हैं और भविष्य में भी इस पर टिके रहेंगे।”

प्रज्ञा ठाकुर ने अपना पहला लोकसभा चुनाव भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को हराकर जीता था। यह टिप्पणी भाजपा के लिए शर्मिंदा करने वाली थी क्योंकि मोदी ने ‘स्वच्छ भारत’ कार्यक्रम को अपनी सरकार के एजेंडे का मुख्य बिंदू बनाया था। यह पहली बार नहीं है जब ठाकुर के बयानों से भाजपा के लिये मुश्किलें खड़ी हुई हैं।

लोकसभा चुनावों के बीच प्रचार के दौरान उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को एक “देशभक्त” करार दिया था। टिप्पणी पर हंगामा मचने के बाद उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी और मोदी को कहना पड़ा था कि वह माफी मांगने के बावजूद ठाकुर को कभी माफ नहीं कर पाएंगे। उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था।