नई दिल्ली : वर्ल्ड कप 2019 में टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले ही यह अनुमान लगाया जा रहा था कि भारत, इंग्लैंड,ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड टॉप-4 में पहुंचेंगी। कई क्रिकेट दिग्गजों के अनुमान के हिसाब से ठीक ऐसा ही हुआ है। मौजूदा विश्व कप में लोग ऐसा अनुमान लगा रहे थे कि भारत और इंग्लैंड के बीच सेमीफाइनल मुकाबला होगा लेकिन हुआ इसके ठीक उल्टा। अब विश्व कप के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में टीम इंडिया का मुकाबला न्यूजीलैंड से होगा। जैसा कि मौजूदा विश्व कप के कई लीग मुकाबलों में बारिश ने खलल डाली अगर यही स्थिति सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले में हुआ तो क्या होगा ? लीग स्टेज से अलग सेमीफाइनल और फाइनल के मुकाबले में नियम थोड़े अलग होंगे। जानिए अगर बारिश से मैच धुल गया तो कौन सी टीम खेलेगी फाइनल और मैच के टाई होने की स्थिति में क्या हैं नियम।

मौजूदा वर्ल्ड कप में पिछले 2 विश्व कप की तुलना में कई नियम बदले हैं। 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले के लिए सुपर ओवर की भी व्यवस्था है। पिछले विश्व कप में सिर्फ फाइनल मुकाबले में सुपर ओवर दिया गया था। मान लीजिए अगर भारत और न्यूजीलैंड के बीच ओल्ड ट्रेफर्ड में होने वाला पहला सेमीफाइनल बारिश की वजह से बाधित होता है या निर्धारित दिन नहीं हो पाता है तो यह मैच रिजर्व डे (अगले दिन) खेला जाएगा। अगर बारिश की वजह से मैच एक पारी के बाद या बीच में बाधित होता है तो अगले दिन निर्धारित तारीख को हो चुके मैच से आगे गेम खेला जाएगा।

वर्ल्ड कप के मैच के लिए निर्धारित समय से 75 मिनट का एक्स्ट्रा टाइम भी दिया गया है। अगर किसी अप्रत्याशित वजह से या फिर बारिश की वजह से मैच में देरी होती है तो परिणाम निकालने के लिए यह अतिरिक्त समय दिया गया है। विशेष परिस्थिति में मैच रेफरी मैच परिणाम के लिए एक्स्ट्रा टाइम के अलावा भी एक घंटे खेल का समय बढ़ा सकता है। दोनों टीमों के बीच कम से कम 20 ओवर के मैच के बाद ही किसी निर्णय का डकवर्थ लुइस जैसे नियम मान्य होते हैं।