नई दिल्ली: बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और मध्य प्रदेश के विधायक आकाश विजयवर्गीय के एक अधिकारी को बल्ले से पीटने के मुद्दे पर जब सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से सवाल पूछे गए तो उन्होंने चुप्पी साध ली। एक चैनल के पत्रकार बैट’मार’ विधायक के कारनामे पर लगातार सवाल पूछता रहा लेकिन सीएम सिर्फ धन्यवाद बोलते रहे।

पत्रकार ने उनसे पूछा कि पूरा देश इस मुद्दे पर आपके विचार जानना चाहता है क्योंकि आप बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। पहले तो सीएम सवाल को टालने की कोशिश करते रहे लेकिन कई बार सवाल दोहराने के बाद उन्होंने कहा कि ‘आज मैं सदस्यता के काम से महाराष्ट्र में था, कल तेलंगाना में था। आकाश इस मामले में अपना रुख स्पष्ट कर चुके हैं इसलिए इसके अतिरिक्त मुझे कुछ नहीं कहना है।’

पत्रकार ने पूछा तो इसे आपका समर्थन माना जाए? इस पर सीएम लगातार पत्रकार को धन्यवाद कहते रहे। और उनके सभी सवालों को टालते रहे। सीएम के जवाब ने देने से साफ है कि वह इस मामले पर जवाब देने में कतरा रहे हैं।

इससे पहले एक न्यूज चैनल के साथ बातचीत में कैलाश विजयवर्गीय अपने बेटे का बचाव करते हुए सवाल पूछने वाले एंकर पर ही उल्टा बरस पड़े थे और एंकर की ‘औकात’ बताने लगे थे। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। गौरतलब है कि आकाश की इस मारपीट को लेकर बीजेपी बैकफुट पर है और गृहमंत्री अमित शाह ने इस मामले में पार्टी से रिपोर्ट मांगी है। हालांकि, इस मुद्दे पर बीजेपी के नेता कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।

क्या है मामला: निगम अधिकारी अमला गंजी कंपाउंड में एक जर्जर मकान को तोड़ने पहुंचे थे। इसी दौरान स्थानीय लोग और अपने समर्थकों के साथ मिलकर आकाश ने दो अधिकारियों से मारपीट की थी। कैलाश विजयवर्गीय का बेटा इंदौर-3 विधानसभा सीट से विधायक है। घटना के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। इंदौर की अदालत ने जमानत देने से इनकार करते हुए आकाश को 11 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाए।