नई दिल्ली: 17 वीं लोकसभा चुनाव के जब से नतीजे आएं हैं तभी से भारतीय जनता पार्टी और उसके नेता पूरी तरह से गदगद नजर आ रहे हैं। नेताओं की खुशी का ठिकाना नहीं हैं, वहीं विपक्षी दल करारी हार के बाद पूरी तरह से मायूस दिख रहे हैं। इन सबके बीच केंद्र में लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही एनडीए गठबंधन नीत बीजेपी की निगाह अब उन राज्यों पर टिकी है जहां पार्टी विधानसभा में सत्ता पर काबिज हो सकती है।

भारतीय जनता पार्टी की निगाह अब पूर्ण रूप से मध्य प्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्यों पर हैं जहां पार्टी मौजूदा सत्ता रूढ़ दल को अल्पमत में बताने का दावा करती है। इस बीच कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य बीजेपी चीफ बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि यह बेहतर होगा कि राज्य सरकार को भंग कर दिया जाए और मध्यावधि चुनाव कराए जाएं। उन्होंने उस बात को भी निराधार बताया है जिसमें कहा जा रहा था कि बीजेपी के कुछ विधायक कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर के संपर्क में हैं।

बीएस येदियुरप्पा ने कहा, 'हमने कर्नाटक की 28 में से 25 सीटें जीती हैं। यह एक ऐतिहासिक जीत है। यह बेहतर है कि सरकार को भंग कर दिया जाए और मध्यावधि चुनाव कराए जाएं। भाजपा का कोई भी विधायक कांग्रेस या जद (एस) के संपर्क में नहीं है।' बता दें कि बीएस येदियुरप्पा ने इससे पहले सोमवार कहा था कि वह किसी भी क्षेत्रीय दल या जेडीएस के साथ मिलकर राज्य में सरकार नहीं बनाएंगे। बल्कि उनकी पार्टी राज्य में दौबारा चुनाव कराने के पक्षधर में है।