नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने प्रधानमंत्री की जाति को लेकर एकबार फिर हमला बोला है। लोकसभा चुनाव के बीच बसपा सुप्रीमो ने कहा है कि नरेंद्र मोदी जन्‍मजात ओबीसी नहीं अगर वह जन्‍म से पिछड़े होते तो राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) उन्हें कभी पीएम नहीं बनने देती। बता दें कि बीते दिनों पीएम मोदी ने महागठबंधन को जातिवादी करार दिया था।

मायावती ने कहा ‘मोदी जी जन्म से ओबीसी नहीं और यह बात पूरा देश जानता है। इसलिए उन्होंने जातिवाद का दंश यानि की उत्पीड़न नहीं झेला है। अगर नरेंद्र मोदी जन्म से पिछड़े होते तो क्या आरएसएस कभी उन्हें देश का प्रधानमंत्री बनने देती।’

उन्होंने कहा कि ‘मोदी का दोबारा पीएम बनने का सपना पूरा नहीं होगा। और वह चुनाव प्रचार के दौरान विपक्षी दलों के खिलाफ जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं उससे साफ हो गया है कि वह अपनी जीत को लेकर शंका में हैं।’

उन्होंने आगे कहा पीएम का महागठबंधन को जातिवादी करार देना सिर्फ एक बकवास है। जिसने जातिवाद की पीड़ा झेली हो वह जातिवादी कैसे हो सकता है। अगर कोई सही मायनों में पिछड़ा है तो वह समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव हैं। वह पीएम मोदी की तरह सिर्फ कागजों पर ही पिछड़े नहीं हैं।’

बता दें कि मायावती प्रधानमंत्री पर खुद को जबरन पिछड़ा बताने के लिए कटाक्ष करती रही हैं। उन्होंने कई बार कहा है कि पीएम राजनीतिक फायदे के लिए खुद को पिछड़ा बताते हैं।

कन्नौज में एक चुनावी रैली के दौरान पीएम ने कहा था कि वह एक अत्यंत ही पिछड़ी वर्ग से ताल्लुक रखते हैं। मेरी जाति इतनी छोटी है कि मेरे गांव में मेरी जाति के सिर्फ 2-3 लोग ही हैं। मैंने कभी अपनी जाति के बारे में बात नहीं की लेकिन महामिलावटी (महागठबंधन) के लोग जबरदस्ती मेरी जाति के बारे में बात कर रहे हैं। पिछड़े वर्ग से ताल्लुक रखने की वजह से विपक्षी मुझे नीच कहते हैं और बहनजी (मायावती) और अखिलेश यादव ने भी उन्हें नीच कहा है।