अमेठी : चार चरण के मतदान के बाद लोकसभा चुनाव 2019 की जंग और भी दिलचस्प हो गई है. यूपी की हाईप्रोफाइल सीट रायबरेली और अमेठी समेत 14 सीटों पर पांचवें चरण के तहत 6 मई को वोटिंग होनी है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर से अमेठी का दिल जीतने के लिए जी-जान लगा रहे हैं. इसी कड़ी में वह शनिवार को अमेठी पहुंचे. इस दौरान राहुल ने पीएम मोदी के तंज भरे भाषणों का जिक्र किया. कांग्रेस अध्यक्ष ने साफ किया कि वो अपशब्द कहना पसंद नहीं करते. नफरत में उनका यकीन नहीं है. राहुल ने ये भी कहा कि मोदी से वह नफरत नहीं करते. वहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को उन्होंने अपना करीबी दोस्त बताया.

अमेठी पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक इंटरव्यू में ये बातें कही. उन्होंने इस दौरान कई सवालों के जवाब दिए. राहुल ने कहा, ' मैं मोदी जी की तरह सोच रखने वाले लोगों से भी नफरत नहीं करता. मैं इस चुनावी मौसम में एक जंग लड़ रहा हूं. हमें पीएम मोदी की सोच से बचना है.'

कांग्रेस अध्यक्ष ने अखिलेश यादव और मायावती के मामले पर भी बात की. उन्होंने कहा, 'दोनों के लिए मेरे मन में काफी सम्मान है. अखिलेश यादव मेरे काफी करीबी दोस्त हैं.' राहुल गांधी ने कहा, 'मैं बिना डरे पीएम मोदी से चुनावी लड़ाई लड़ रहा हूं. पिछले पांच साल में मेरे ऊपर बहुत व्यक्तिगत हमले हुए. व्यक्तिगत हमला मुझे मजबूत बनाता है.'

राहुल ने साफ तौर पर कहा कि नोटबंदी अबतक का सबसे बुरा फैसला था. कांग्रेस इसके जवाब में न्याय योजना लाई है. बता दें कि कांग्रेस ने अपने विजन डॉक्यूमेंट में ऐलान किया है कि अगर चुनाव बाद उसकी सरकार बनी, तो न्यूनतम आय योजना (NYAY) के तहत 20 फीसदी सबसे गरीब लोगों के खाते में 72 हजार सालाना आएंगे.

राहुल ने मजबूत नेता सवाल पर कहा, 'जो नेता अपनी गलतियों को स्वीकार करता है, वही मजबूत नेता होता है.' इस सवाल का जवाब देते हुए राहुल ने पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पीएम को मान लेना चाहिए कि 15 लाख का वादा गलती थी. वो इसे पूरा नहीं कर सके.

राहुल गांधी ने राफेल मामले पर बात की. उन्होंने कहा कि राफेल डील में घोटाला हुआ है, इसमें कोई शक नहीं है. राहुल ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है लेकिन इसके अलावे भी कई अन्य मुद्दे हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है.

मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए लेकिन मसूद अजहर को पाकिस्तान ले जाकर किसने छोड़ा था. बीजेपी की सरकार ने मसूद अजहर को पाकिस्तान पहुंचाया था.