लखनऊ: बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती जीने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आठ लोकसभा क्षेत्र में कल हुये मतदान के दौरान ईवीएम मशीनों में फिर एक बार बीजेपी के पक्ष में आई गड़बड़ी को अति-गंभीर मुद्दा बताते हुये चुनाव आयोग से मंाग की है कि वह इन अनियमितताओं का पूरी गंभीरता से संज्ञान लेकर इसका जनसंतोष समाधान निकाले ताकि अगले चरणों में लोगों को ऐसी कोई शिकायत नहीं मिले।

मायावती ने कहा कि कल पहले चरण के मतदान के दौरान जब वे दक्षिण भारत के चुनावी दौरे पर थीं तब उन्हें खबर मिली कि कल लोकसभा के प्रथम चरण के हुये चुनाव में उत्तर प्रदेश की पुलिस व प्रशासन द्वारा अपनी ताकत का दुरूपयोग किया जा रहा है तथा अनेकों बूथों में ईवीएम में गड़बड़ी पाई गई, जिसका नतीजा था कि बटन तो हाथी का दबाया जा रहा था पर वोट कमल (भाजपा) पर पड़ रहा था।

बहुजन समाज पार्टी की ओर से उक्त मामले को तत्काल मुख्य चुनाव आयुक्त, नइ्र्र दिल्ली तथा सभी सम्बन्धित लोगों के संज्ञान में लिखित एवं दूरभाष के द्वारा कल ही लाया गया था। ईवीएम में पाई गयी गड़बड़ी तो इतनी ज्यादा गम्भीर थी कि लगातार एक के बाद एक वोट अर्थात् कई वोट जो हाथी चुनाव चिन्ह पर डाले जा रहे थे वो कमल (भाजपा के चुनाव चिन्ह) पर पड़ रहे थे। इस तरह की एक घटना जो मीरापुर विधानसभा की कसौली बूथ नं 16, जो कि बिजनौर लोकसभा क्षेत्र परन्तु जिला मुजफ्फरनगर में आता है, में भी हुई। इस घटना को देश के सभी मीडिया चैनलों ने भी दिखाया है। इस बूथ पर बी.एस.पी. के सम्बन्धित पोलिंग ऐजेन्ट ने अपना स्वयं का वोट हाथी के सामने वाले बटन को दबाकर डाला, तो वोट हाथी की जगह कमल पर पड़ा, जिसके सम्बन्ध में उन्होंने फौरन सम्बन्धित बूथ के अधिकारियों से की। उसी समय वहां मौजूद कई अन्य वोटरों ने भी यही शिकायत की। उन्होने वोट तो हाथी में डाला था पर वो कमल को जा रहा था। बूथ में मौजूद सरकारी पर्यवेक्षकों से भी यह शिकायत की गई और उन्होंने यह माना की मशीन में गड़बड़ी है।
लेकिन शिकायतों के बावजूद भी कोई उचित कार्यवाही नहीं हुई तब फिर बी.एस.पी. के ऐजेन्ट ने एक जागरूक नागरिक का परिचय देते हुए व निडर होकर, वे मीडिया के सामने गये और अन्य लोगों के साथ अपनी बात रखते हुए ईवीएम में धांधली का खुलासा किया, जिसको कि मीडिया ने अपने चैनलों मंे भी दिखाया।

पुलिस बल एवं प्रशासन का दुरूपयोग: इसी प्रकार मतदान के दौरान अनेकों जगहों पर पुलिस बल उपयोग करके खासतौर से दलित समाज के लोगों को पोलिंग बूथ पर पहुँचने से रोका गया। यहाँ तक कि लाठी, डंडों के साथ-साथ हवाई फायरिंग का भी इस्तेमाल किया गया, इसको भी मीडिया ने दिखाया।
इसकी सूचना मिलते ही फिर प्रशासन व पुलिस अधिकारियों को जिला स्तर पर शिकायतें की गयी, परन्तु उसका तत्काल कोई असर नहीं पड़ा और मतदान प्रभावित हुआ।
मायावती ने कहा, इस पर अगर इलेक्शन कमीशन कोई सख्त व गम्भीर कदम तुरन्त नहीं उठाता है तो वर्तमान में चल रहे लोक सभा के आमचुनाव का कोई मतलब ही नहीं रह जायेगा और चूंकि बहुजन समाज पार्टी को इलेक्शन कमीशन पर पूरी आस्था व भरोसा है, इसलिये हम उम्मीद करते हैं कि वो इस पर जरूर जल्दी ही सख्त कदम उठायेगा।