नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव के बाद केंद्र में अपनी पार्टी की सरकार बनने पर दशकों से चली आ रही नगा राजनीतिक समस्या के समाधान का वादा किया। राहुल ने बुधवार को यहां जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह एक पेचीदा मुद्दा है जिसमें कई पक्ष शामिल हैं और इसका हल निकालने के लिये सभी पक्षों से बातचीत की जाएगी।

उन्होंने कहा, "मैं खोखले वादे नहीं कर रहा हूं बल्कि सभी पक्षों के साथ बातचीत करके नगा राजनीतिक मुद्दे का समाधान निकालने की कोशिश करूंगा।" गौरलतब है कि केंद्र सरकार ने 2015 में एनएससीएन (आइएम) के साथ मसौदा समझौता किया था और छह नगा राष्ट्रवादी राजनीतिक समूहों ने अलग-अलग शांति वार्ताएं की थीं। लेकिन नगा समस्या पर कोई सफलता नहीं मिली है।

गांधी ने कहा, कांग्रेस मानती है कि भारत के हरेक राज्य की अपनी संस्कृति, इतिहास और आस्थाएं हैं लेकिन भाजपा नीत राजग सरकार देश के लोगों पर एक ही विचार थोपने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, "वे कौन होते हैं जो पूर्वोत्तर के लोगों को जीना सिखाएं।"

राहुल ने लोगों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद पूर्वोत्तर के राज्यों को दिये गए विशेष दर्जे और अन्य प्रावधानों को वापस लाया जाएगा।