नागपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से संबद्ध मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (MRM) नागपुर की ईकाई शनिवार (30 मार्च, 2019) को आपस में दो फाड़ हो गई। इसमें अलग हुए सिटी यूनिट चीफ रियाज खान कांग्रेस में शामिल हो गए और नागपुर से पार्टी के उम्मीदवार नाना पटोले को समर्थन देने को कहा। सिटी यूनिट चीफ के साथ सिटी यूनिट संयोजक सुशीला सिन्हा और स्टेट यूनिट सह संयोजक इकरा खान भी कांग्रेस में शामिल हो गईं। प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रियाज खान ने खुद इस बात की घोषणा की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में नाना पटोले भी मौजूद थे।

MRM से अलग होने के बाद रियाज खान ने आरोप लगाया कि मुसलमानों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा था। खान ने कहा, ‘पांच हजार से ज्यादा कार्यकर्ताओं संग में कांग्रेस में शामिल हो गया। मैं पटोले के पक्ष में चुनाव प्रचार करुंगा। कांग्रेस ने हमने वादा किया है कि वो हमारी मांगों को पूरा करेंगे, जिन्हें भाजपा पूरा करने में विफल रही।’

रियाज खान ने आगे कहा, ‘हिंदू हलबा समुदाय भी हमारे साथ है। नितिन गडकरी (केंद्रीय मंत्री और नागपुर से बीजेपी उम्मीदवार) ने लंबे समय से लंबित जाति वैधता समस्या को हल करने का वादा किया था। मगर उन्होंने ऐसा नहीं किया। मुस्लिम समुदाय ने मांग की थी कि छप्परबंद शाह समुदाय की जाति वैधता तय की जाए। (यह जाति VJNT श्रेणी के अंतर्गत आती है।) हमारे स्टेट यूनिट संयोजक मोहम्मद फारूक ने नितिन गडकरी को कई बार आवेदन दिए मगर कुछ भी नहीं किया गया। इसलिए हमने मंच छोड़ने और कांग्रेस में शामिल होने का फैसला लिया।’

वहीं जब मोहम्मद फारूक से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि ‘यह सच है कि कुछ शिकायते हुई हैं। मगर मैंने उन्हें धैर्य रखने को कहा था। आज हमारे 250 से ज्यादा कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल हो गए।’ नगर इकाई ने पिछले साल मांग की थी कि आरएसएस अपने परिसर में इफ्तार पार्टी आयोजित करे। आरएसएस ने अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था।