हैदराबाद : ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीनके अध्‍यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मैं भी चौकीदार' अभियान पर बड़ा हमला करते हुए कहा है कि अगर वह वासतव में देश के 'चौकीदार' हैं तो समझौता ब्‍लास्‍ट मामले में असीमानंद को बरी किए जाने के खिलाफ सरकार को अपील करनी चाहिए। उन्‍होंने पुलवामा, उरी और पठानकोट हमलों का भी जिक्र किया और कहा कि देश को चौकीदार की नहीं, ईमानदार प्रधानमंत्री की जरूरत है।

ओवैसी बुधवार रात एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे, जब पीएम मोदी पर वार करते हुए उन्‍होंने कहा, 'आप किस तरह के चौकीदार हैं? मरने वालों (समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट) में 25 भारतीय भी थे। बम विस्फोट एक आतंकी कृत्य है। आप कैसे चौकीदार हैं?' उनकी यह टिप्‍पणी हरियाणा के पंचकूला की एक विशेष अदालत द्वारा बुधवार को समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट मामले में असीमानंद और 3 अन्य आरोपियों को बरी किए जाने के बाद आई है।

भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली ट्रेन समझौता एक्सप्रेस में ब्लास्ट 18 फरवरी, 2007 को हुआ था, जिसमें 68 लोगों की जान चली गई थी। इनमें अधिकांश पाकिस्तान के नागरिक थे। विस्‍फोट हरियाणा में पानीपत के नजदीक हुआ था। उस वक्‍त ट्रेन अमृतसर के अटारी की ओर जा रही थी, जो भारत में उस रूट का आखिरी स्टेशन है। इसे लेकर पीएम मोदी के खिलाफ हमलावर औवैसी ने कहा कि अगर वह वास्‍तव में देश के चौकीदार हैं तो उन्हें तुरंत घोषणा करनी चाहिए कि सरकार निचली अदालत के इस फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती देगी।

एआईएमआईएम प्रमुख ने इस दौरान यह भी कहा कि असीमानंद के संबंध पूर्व में आरएसएस से जुड़े होने की बातें सामने आई हैं। साथ ही वह यह भी जानते हैं कि पीएम मोदी अपने जीवन में 25-30 वर्षों तक आरएसएस से जुड़े रहे हैं। एम मोदी के खिलाफ हमलावर ओवैसी ने कहा, 'आप असीमानंद से डरे हुए क्‍यों हैं? यह प्यार किसलिए? सुना है, असीमानंद का संबंध कभी आरएसएस से था।' हैदराबाद से एक बार फिर चुनाव लड़ने जा रहे ओवैसी ने आरोप लगाया कि आरएसएस इस देश की साझा संस्‍कृति को खत्‍म करना चाहता है।