जोधपुर : राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ (RSS) पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र की एनडीए सरकार पर इसकी मजबूत पकड़ है और यह 'संविधानेतर ऑथरिटी' (extra-constitutional authority) की तरह काम कर रहा है। उन्‍होंने यह भी कहा कि आरएसएस की अनुमति के बगैर बीजेपी में कोई सीएम या मंत्री तक नहीं बन सकता।

गहलोत गुरुवार को संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे, जब उन्‍होंने कहा कि आरएसएस को राजनीतिक पार्टी के रूप में सामने आना चाहिए और बीजेपी के साथ विलय कर लेना चाहिए। उन्‍होंने कहा, 'केंद्र की एनडीए सरकार पर आरएसएस की मजबूत पकड़ है। वह संविधानेतर ऑथरिटी की तरह काम कर रहा है। आरएसएस से पूछे बगैर बीजेपी में कोई मुख्‍यमंत्री या मंत्री भी नहीं बन सकता। मौजूदा हालात को देखते हुए मुझे लगता है कि इसे राजनीतिक पार्टी के रूप में सामने आना चाहिए और बीजेपी के साथ विलय कर लेना चाहिए। हमें इससे कोई समस्‍या नहीं होगी।'

उन्‍होंने यह भी कहा कि आरएसएस ने पूर्व में लिख‍ित में कहा था कि वह राजनीति नहीं करेगा और एक सांस्‍कृतिक संगठन के तौर पर ही काम करेगा, पर ऐसा नहीं है। सीएम गहलोत ने कहा, 'आरएसएस एक सांस्‍कृतिक संगठन रहा है, जिसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं होता। लेकिन जब इस पर प्रतिबंध लगा तो उन्‍होंने लिखित में वादा किया कि वे राजनीति में शामिल नहीं होंगे और सांस्‍कृतिक संगठन के तौर पर ही काम करते रहेंगे।' उन्‍होंने कहा, 'आरएसएस को अपनी बात पर कायम रहना चाहिए।'