मुंबई: ईवीएम के साथ छेड़छाड़ का मामला विपक्षी दल हमेशा उठाते रहे हैं। कोलकाता में ममता बनर्जी की मेगा रैली में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला ने सवाल उठाए थे। ये बात अलग है कि चुनाव आयोग ने साफ कर दिया कि ईवीएम को किसी भी सूरत हैक नहीं किया जा सकता है।

पिछले लोकसभा चुनावों में ईवीएम हैकिंग की जानकारी होने के कारण भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे की हत्या का साइबर विशेषज्ञ द्वारा दावा किए जाने के बाद भाजपा नेता के भतीजे और राकांपा नेता धनंजय मुंडे ने सोमवार को मामले की जांच रॉ या उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश से कराने की मांग की।

महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता मुंडे ने अमेरिका में रह रहे भारतीय स्वयंभू साइबर विशेषज्ञ के दावे पर आश्चर्य जताया।उन्होंने कहा कि गोपीनाथ मुंडे से प्रेम करने वालों ने उनकी मृत्यु पर हमेशा सवाल उठाया है। उन्होंने पूछा है कि यह दुर्घटना थी या कोई साजिश।

2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा को जीत मिलने के कुछ ही सप्ताह के भीतर दिल्ली में एक सड़क दुर्घटना में गोपीनाथ मुंडे की मृत्यु हो गई थी।राकांपा नेता ने ट्वीट किया है, एक साइबर विशेषज्ञ ने सनसनीखेज दावा किया है कि गोपीनाथ राव मुंडे साहेब की हत्या की गई। इन दावों की तुरंत रॉ/उच्चतम न्यायालय से जांच कराने की जरूरत है क्योंकि यह एक जननेता से जुड़े हैं।