नई दिल्ली: केंद्रीय कैबिनेट ने विजया बैंक और देना बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय को मंजूरी दे दी है। कैबिनेट ने विजया बैंक और देना बैंक के कर्मचारियों के लिए राहत की खबर देते हुए कहा कि इस विलय के तहत किसी भी कर्मचारी को नौकरी से निकाला नहीं जाएगा। इन दोनों बैंक के कर्मचारियों का बैंक ऑफ बड़ौदा में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। ये मर्जर 1 अप्रैल से लागू होगा। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि यद कदम भारतीय बैंकिंग सेक्टर में सुधार के तहत उठाया गया है। बैंक के किसी भी कर्मचारी की सर्विस में बदलाव नहीं होगा।

गौरतलब है कि भारत सरकार ने पिछले साल 17 सितंबर को तीनों बैंक के विलय का फैसला किया था। इसके साथ ही केंद्रीय कैबिनेट ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए नेशनल हेल्थ एजेंसी को नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के रूप में पुनर्गठन को मंजूरी दे दी है।

गौरतलब है कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने बुधवार को विजया बैंक और देना बैंक का खुद के साथ विलय के लिये शेयरों की अदला-बदली अनुपात को अंतिम रूप दे दिया है। विलय की योजना के मुताबिक, विजया बैंक के शेयरधारकों को प्रत्येक 1,000 शेयरों के बदले बैंक ऑफ बड़ौदा के 402 इक्विटी शेयर मिलेंगे।

वहीं देना बैंक के मामले में, उसके शेयरधारकों को प्रत्येक 1,000 शेयर के बदले बैंक ऑफ बड़ौदा के 110 शेयर मिलेंगे। सरकार ने पिछले साल सितंबर में विजय बैंक और देना बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ विलय की घोषणा की थी। विलय के फलस्वरूप बनने वाली इकाई एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक के बाद तीसरा सबसे बड़ा बैंक होगा।