नई दिल्ली: दो दिन पहले एनआईए ने आईएसआईएस से जुड़े मॉड्यूल हरकत उल हर्ब ए इस्लाम से जुड़े 10 लोगों को गिरफ्तार किया था। एनआईए का कहना था कि गिरफ्तार लोग देश में सीरियल बम ब्लास्ट की योजना बना रहे थे। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस मुख्यालय, दिल्ली स्थित आरएसएस का दफ्तर और महत्वपूर्ण हस्तिय़ां आतंकियों के निशाने पर थी। लेकिन आतंकियों की गिरफ्तारी पर सियासत भी शुरू हो चुकी है। इन सबके बीच पीडीपी मुखिया महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार को निशाने पर लेने के साथ तंज भी कसा।

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा अहम है। लेकिन सुतली बम के आधार पर जिस तरह संदिग्धों को आतंकी घोषित किया गया है वो बचकाना है। इसके साथ ही बिना किसी पूरी और पुख्ता जांच के साथ खतरनाक आतंकी संगठनों से संबंध स्थापित करना हास्यास्पद है। एनआईए के कदम से गिरप्तार लोग तो तबाह हुए ही हैं साथ ही में उनका परिवार भी तबाह हो चुका है। एनआईए को अपने पिछले रिकॉर्ड को भी देखना चाहिए कि किस तरह से दशकों बाद वो लोग बाइज्जत बरी हो गए जिन्हें राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आतंकी घोषित कर रखा था।

महबूबा मुफ्ती ने ये भी कहा कि चुनावी सीजन में एनआईए द्वारा की गई गिरफ्तारी शक पैदा करती है। अगर आप देखें को एनआईए की अर्बन नक्सल की कहानी दम तोड़ रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर किसी तरह का मतभेद नहीं है, न्यायसंगत आधार पर गिरफ्तारियां होनी चाहिए। सिर्फ किसी खास समुदाय पर शक करने से बचने की जरूरत है।