नई दिल्ली: बुलंदशहर हिंसा पर बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने विवादित बयान देकर चर्चा में आ गए हैं। इस बयान के लिए नसीरुद्दीन शाह की काफी आलोचना भी की जा रही है। जिसके बाद नसीरुद्दीन शाह ने मीडिया को कहा है कि आखिर, मैंनें ऐसा क्या कह दिया है कि मुझे गद्दार कहा जा रहा है।

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ''आखिर मैंने ऐसा क्या कहा है…मुझे भी अपने देश की चिंता होती है। मैंने अपने देश को लेकर सिर्फ चिंता व्यक्त की थी लेकिन लोग मुझे गद्दार कहते हैं। मैं भी अपने देश से प्यार करता हूं, जो मेरा घर है।''

नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ''हमने बुलंदशहर हिंसा में देखा कि आज देश में एक गाय की मौत की अहमियत पुलिस ऑफिसर की जान से ज्यादा होती है।''

नसीरुद्दीन शाह ने ये भी कहा कि इन दिनों समाज में चारों तरफ जहर फैल गया है। उन्होंने कहा, ''मुझे इस बात का डर लगता है कि अगर कही मेरे बच्चों को भीड़ ने घेर लिया और उनसे पूछा जाए कि तुम हिंदू हो या मुसलमान? मेरे बच्चों के पास इसका कोई जवाब नहीं होगा। आज पूरे समाज में हिन्दू मुस्लिम का जहर फिर से घुल गया है।''

नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ‘मुझे बचपन में धार्मिक शिक्षा मिली थी। रत्ना (अभिनेता की पत्नी) एक प्रगतिशील घर की थी और उन्हें ऐसा कुछ नहीं मिला और हमने तय किया कि हम अपने बच्चों को धार्मिक शिक्षा नहीं देंगे क्योंकि मेरा मानना है कि किसी के अच्छे होने या बुरे होने का धर्म से कोई लेना देना नहीं है’

नसीरुद्दीन शाह का अपने बच्चों के लिए भयभीत होना 2015 में आमिर खान द्वारा असहिष्णुता पर दिए गए बयान की ही तरह है।