नई दिल्ली: अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहने वाले समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां ने कहा कि अयोध्या में अगर संत श्रीराम मंदिर बनाने की पहल करते हैं तो सबसे पहले वह हरी झंडी दिखाएंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री के उस बयान पर भी तंज कसा जिसमें कहा गया था कि ताजमहल एक शिवमंदिर है। आजम खां ने यह बयान शाहजहांपुर में दिया।

पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां मशविराते काउंसिल की बैठक में हिस्सा लेने शाहजहांपुर पहुंचे थे। यहां उन्होंने राम मंदिर के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि अगर साधु-संत राम मंदिर बनाने की पहल करते हैं तो वह खुद हरी झंडी दिखाएंगे। उन्होंने पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिली हार पर तंज कसते हुए कहा कि चुनावों में विचारधारा हारी है, पार्टी नहीं। राजस्थान, मध्यप्रदेश, मिजोरम और तेलंगाना में भाजपा का सफाया होने के साथ ही पार्टी अपने मजबूत गढ़ छत्तीसगढ़ में भी बुरी तरह पिटी। उन्होंने ताजमहल को शिवमंदिर बताये जाने पर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा है।

गौरतलब है कि हाल ही में दिल्ली के रामलीला मैदान में संतों ने राम मंदिर के पक्ष में एक विशाल रैली की थी। इसी को लेकर आजम खां ने कहा कि यदि रामलीला मैदान में बैठने से मंदिर बनता है तो झगड़ा ही खत्म हो जाता है और यदि अयोध्या में राम मंदिर बनाना है तो इसके लिए मैं खुद हरी झंडी दिखाऊंगा।

इसके बाद आजम खां ने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी ने जो सीख दी थी नौजवानों को लिन्चिंग के माध्यम से, उसका नुकसान अब हिंदू समाज को ज्यादा हो रहा है। वही पीटे जा रहे हैं, वही पकड़े जा रहे हैं, वही जेल जा रहे हैं।’ उन्होंने योगी के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी बजरंगबली से कोई दुश्मनी नहीं है अगर भाजपा की अली से हो तो वह इस बारे में कुछ नहीं कह सकते।

आजम खां ने कहा कि मशविरात काउंसिल का उद्देश्य राजनीति में अच्छी छवि के लोगों को शामिल कराना है। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभाचुनाव में सभी सेक्युलर दलों का महागठबंधन कर सीटों का सही विभाजन हो। इसके साथ ही आजम ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार उनका जौहर विश्वविद्यालय बंद करना चाहती है।