नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नैशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि पाकिस्तान का इरादा भारत से दोस्ती करने का नहीं है। भारत ने कई बार पाकिस्तान से दोस्ती का हाथ बढ़ाया है लेकिन पाकिस्तान ने कभी भी इसे गंभीरता से नहीं लिया। अब्दुल्ला लोकमत समूह द्वारा गुरुवार को आयोजित 'लोकमत संसदीय पुरस्कार' समारोह में बोल रहे थे।

अब्दुल्ला ने कहा, 'पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान भारत और पाकिस्तान की दोस्ती नहीं चाहते हैं। उनके लिए यह कहना आसान है कि हिन्दुस्तान एक कदम आगे बढ़े, तो पाकिस्तान दो कदम आगे बढ़ेगा लेकिन हम जब भी एक कदम आगे बढ़े हैं, तब-तब ऐसा कुछ हुआ है कि हमें चार कदम पीछे हटना पड़ा है।'

अब्दुल्ला ने आगे कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मैं हमेशा विरोध करता हूं कि लेकिन उन्होंने पाकिस्तान से रिश्ते सुधारने के लिए गंभीर प्रयास किये लेकिन पाकिस्तान की ओर से कभी गंभीर जवाब नहीं मिला। इमरान को समझना चाहिए कि पाकिस्तान ने भरोसे लायक कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी है। उन्हें पहले पाकिस्तान का माहौल बदलना होगा। अभी तक पाकिस्तान ने भारत की चिंताओं को तवज्जो नहीं दी।

अब्दुल्ला ने कहा, 'मुंबई हमले के जिम्मेदार पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहे हैं। रिश्तों में सुधार की कोशिश हमारा भरोसा जीतने के लिए इमरान को कुछ कड़े कदम उठाने होंगे। उनकी नीयत सही है या नहीं, ये उनके काम से पता चलेगा। चुनाव प्रचार में बहुत कुछ कहा जाता है, वे अभी तक प्रचार में थे, अब सत्ता में आए हैं तो अब देखा जाएगा कि वो क्या करते हैं।