भोपाल: मध्‍य प्रदेश चुनाव परिणाम में बुरहानपुर से चुनाव हारीं शिवराज चौहान के नेतृत्‍व वाली भाजपा सरकार में हाईप्रोफाईल मंत्री रहीं अर्चना चिटनीस ने बुधवार रात यहां हुई आभार सभा में जो बात कही उसे सुनकर लोग हैरान हैं.

चिटनीस ने कहा कि जो कमाल मैंने सत्ता में रहकर किया वैसा ही रोल मैं सत्ता से बाहर रहकर भी बहुत खुबसूरती से निभाऊंगी. जिन लोगों ने मुझे वोट दिया उनका सिर झुकने नही दूंगी और जिन लोगों ने भूलचूक में या किसी के बरगलाने से या भय से या मन से मुझे वोट नहीं दिया तो उनको अगर मैंने रूला ना दिया तो मेरा नाम अर्चना चिटनीस नहीं और वह पछताएंगे.

दरअसल, बुरहानपुर जिले की दोनों विधानसभा सीट बुरहानपुर और नेपानगर में भाजपा प्रत्याशियो की हार के अंतर पर नोटा को मिले वोट भारी पड़े. बुरहानपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी अर्चना चिटनीस 5120 वोट से निर्दलीय प्रत्याशी ठाकुर सुरेन्द्र सिंह से हार गईं, लेकिन यहां पर नोटा को मिला वोट इस अंतर से भी ज्यादा रहा.

बुरहानपुर विधानसभा सीट पर नोटा को कुल 5724 वोट मिले. यही स्थिति बुरहानपुर जिले की नेपानगर विधानसभा सीट पर भी रही. यहां पर भाजपा प्रत्याशी मंजू दादु को कांग्रेस की प्रत्याशी सुमित्रा कास्डेकर ने करीब 1265 मतों से हराया और यहां पर नोटा को करीब 2552 वोट मिले, जोकि यहां की जीत-हार के अंतर से भी ज्यादा है.

इस मामले में जब बुरहानपुर से भाजपा प्रत्याशी रही अर्चना चिटनीस से बात की गई तो उन्होंने कहा कि लोकतंत्र मे मेरा पूरा विश्वास है, लेकिन अनिर्णय से लोकतंत्र में लाभ नही होता. निर्णय की स्थिति बने. लोग किसी को भी वोट दें. पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी समझने वाले और विश्‍लेषण करने वाले लोगों के लिए यह विचारणीय विषय है.