लखनऊ: मध्यप्रदेश की एक राजनीतिक रैली में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा पेगम्बर हज़रत मौहम्मद साहब के दामाद और उत्तराधिकारी हज़रत अली अ0स0 पर राजनीतिक तंज़ किए जाने पर मजलिस उलेमाए हिंद के सभी सदस्यों और संगठन के महासचिव मौलाना कलबे जवाद नकवी ने खेद व्यक्त किया। ओलमा ने कहा कि एक राज्य के मुख्यमंत्री और जिम्मेदार व्यक्ति द्वारा ऐसा भड़काऊ बयान देना निंदनीय है, हज़रत अली अ0स0 सिर्फ मुसलमानों के लिए पवित्र और प्रिय नहीं हैं बल्कि हर धर्म के लोग उनका सम्मान करते है। ओलमा ने कहा कि जिस तरह से इस्लाम दुसरों की आसथा को ठेस पुहंचाने में विश्वास नही करता हैं इसी तरह दुसरों को भी हमारी आसथा का सम्मान करना चाहिए। ओलमा ने कहा कि राजनीतिक मंच से अपमानजनक तरीके में हज़रत अली अ0स0 का नाम लेना बेहद दुखद है। मजलिसे उलेमाए हिंद के सभी सदस्यों ने तय किया है कि वह जल्द ही इस संबंध में एक प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे और अपना पक्ष रखेंगे।

मजलिसे उलेमाए हिंद के महासचिव मौलाना सैयद कलबे जवाद नकवी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ एक प्रदेश के जिम्मेदार व्यक्ति हैं उन्हें ऐसी बयानबाज़ी से बचना चाहिए, हज़रत अली अ0स0 का कांग्रेस या किसी भी अन्य राजनीतिक पार्टी से क्या संबंध हो सकता है। हज़रत अली सबके लिये पवित्र और प्रिय हैं, उनके लिए ऐसा बयान देना अफसोसनाक है। राजनीतिक मंच से किसी भी धर्म के पवित्र व्यक्ति का नाम लेना अनुचित है । इस्लाम के अलावा भी अन्य धर्मों के मानने वाले हज़रत अली अ0स0 का सम्मान करते हैं। इस तरह का बयान देने से पहले, हजरत अली के जीवन का अध्ययन किया जाना चाहिए।

मजलिसे उलेमाए हिंद के सभी सदस्यों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान की निंदा,उन्में के प्रमुख नाम यह है।मौलाना हुसैन मेहदी हुसैनी मुंबई, मौलाना करामत हुसैन जाफरी मुंबई, मौलाना मोहसिन तकवी दिल्ली, मौलाना आबिद अब्बास दिल्ली, मौलाना तसनीम मेहदी ज़ैद पूरी, मोलानाा रजा हुसैन, मौलाना तक़ी आगा हैदराबाद, मौलाना ग़ुलाम मोहम्मद मेहदी खान चेन्नई, मौलाना अजहर अली आब्दी कर्नाटक, मौलाना नईम अब्बास नोगानवां उत्तरप्रदेश, मौलाना सफदर हुसैन जौनपुर, और अन्य ओलमा ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान की निंदा की।