नई दिल्ली: कांग्रेसी नेता सीपी जोशी द्वारा राजस्थान में दिए गए एक बयान पर हंगामा हो गया है। दरअसल सीपी जोशी ने अपने एक बयान में कहा है कि धर्म के बारे में सिर्फ ब्राह्मण जानते हैं और उमा भारती तो लोधी हैं और पीएम एक गैर ब्राह्मण। सीपी जोशी के इस बयान पर लोग खूब प्रतिक्रिया दे रहे हैं और इस बयान के लिए सीपी जोशी और कांग्रेस की आलोचना भी कर रहे हैं। यही वजह है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को ही पार्टी के बचाव में आना पड़ा है। राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर सीपी जोशी के बयान की आलोचना की है और उनसे माफी मांगने को कहा है। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा कि “सीपी जोशी जी का बयान कांग्रेस पार्टी के आदर्शों के विपरीत है। पार्टी के नेता ऐसा कोई बयान न दें, जिससे समाज के किसी भी वर्ग को दुख पहुंचे। कांग्रेस के सिद्धांतों, कार्यकर्ताओं की भावना का आदर करते हुए जोशीजी को जरुर गलती का अहसास होगा। उन्हें अपने बयान पर खेद प्रकट करना चाहिए।”

राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना की तारीख नजदीक है। ऐसे में कांग्रेस नहीं चाहती कि पार्टी के नेताओं द्वारा दिया गया कोई भी बयान उन्हें चुनाव में नुकसान कराए। फिर देश में राम मंदिर का मुद्दा छाया हुआ है। विश्व हिंदू परिषद और कई साधू-संत अयोध्या में जल्द ही एक बड़ी जनसभा का आयोजन करने वाले हैं। ऐसे समय में सीपी जोशी का धर्म और राम मंदिर के मुद्दे पर दिया गया विवादित बयान पार्टी को नुकसान पहुंचा सकता है! साथ ही चुनाव के मौसम में भाजपा भी इस बयान को मुद्दा बनाकर कांग्रेस को घेर सकती है। यही वजह है कि राहुल गांधी ने भी देर ना लगाते हुए तुरंत ही इस बयान की निंदा की है और सीपी जोशी से माफी मांगने को भी कहा है।

बता दें कि सीपी जोशी ने राजस्थान के नाथद्वारा में एक जनसभा के दौरान अपने बयान में कहा था कि “वो (भाजपा) कहते हैं कि कांग्रेसी कभी हिंदू नहीं सकते। इसका सर्टिफिकेट देने का अधिकार उन्हें किसने दिया? क्या उन्होंने कोई यूनिवर्सिटी खोल ली है? यदि धर्म के बारे में कोई जानता है तो वह पंडित और ब्राह्मण हैं। सीपी जोशी यहीं नहीं रुके और कहा कि उमा भारती एक लोधी हैं और वह हिंदुत्व के बारे में बात करती हैं। मोदीजी हिंदुत्व के बारे में बात करते हैं। सिर्फ ब्राह्मण ही हैं, जो इस बारे में बात नहीं करते। देश को गुमराह किया जा रहा है।”