लखनऊ: यूपी के बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया नई पार्टी बनाने जा रहे हैं. इसके लिए उनकी तरफ से चुनाव आयोग में आवेदन भी किया जा चुका है. नई पार्टी बनाने पर उन्होंने कहा, “ईश्वर की कृपा से हमारी राजनीति के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं. 6 बार निर्दलीय जीतने का एक कीर्तिमान बनाया है. मेरे समर्थकों और शुभचिंतकों ने मुझे यहां तक पहुंचाया है. उन्होंने सर्वे कराया. सर्वे में 80 प्रतिशत लोगों ने पार्टी बनाने की बात कही, जिसके बाद नई पार्टी की तरफ विचार बना है. चुनाव आयोग अभी गए हैं. नई पार्टी बनाने के लिए आवेदन किया है. जैसा भी आगे होगा आपको अपडेट करेंगे.

सपा-बीजेपी से करीबी संबंध होने के सवाल पर राजा भैया ने कहा, “जहां मेरे संबंध हैं, वहां संबंध अच्छे रहेंगे. नई पार्टी से संबंध पर कोई भी असर नहीं पड़ेगा.” 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ने पर राजा भैया ने कहा, “अभी पार्टी की प्रक्रिया पूरी हो जाए. जो भी होगा सबसे पहले आपको ही बताएंगे.”

वहीं सपा में राजा भैया समर्थित कई नेता हैं. क्या वे आपकी पार्टी ज्वाइन करेंगे? इस सवाल पर राजा भैया ने कहा कि वो खुद ही इसका फैसला करें. आपको बताते चलें कि राजा भैया ने 11 अक्टूबर को चुनाव आयोग में अपनी नई पार्टी के लिए आवेदन किया था. जिसके बाद से सपा और बीजेपी में हड़कंप मचा हुआ है. बताया जा रहा है कि उनके 25 साल विधानसभा में पूरा होने के सफ़र पर राजा भैया लखनऊ में 30 नम्बर को बड़ा जनसभा करने वाले हैं. इसी दौरान राजा भैया अपनी पार्टी का ऐलान करेंगे.

बता दें राजा भैया सपा और बीजेपी के करीबी रह चुके हैं. लेकिन राज्यसभा चुनाव 2018 के दौरान राजा भैया ने बीजेपी का समर्थन किया था. जिसके बाद उनके रिश्ते सपा से ख़राब हो गए थे. राजा भैया की नई पार्टी का नाम जनसत्ता दल हो सकता है. इससे पहले राजा भैया राजनाथ सिंह, कल्याण सिंह, मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के सरकार में मंत्री रह चुके हैं. राजा भैया के नई पार्टी बनाने के कदम से प्रदेश में सियासी तूफान खड़ा हो गया है. शिवपाल यादव की राह पर अब कुंडा के राजा भैया भी निकल चुके हैं. देखना दिलचस्प होगा कि यूपी की सियासत में राजा भैया की नई पार्टी कितना असर डालती है.