लखनऊ: राणाप्रताप मार्ग मोतीमहल लान में चल रहे सोलहवें राष्ट्रीय पुस्तक मेले में हर विषय की नई पुरानी किताबों के संग साहित्यिक सांस्कृतिक गतिविधियांे, उर्दू शिक्षण, वास्तु-ज्योतिष परामर्श, दिमागी माथापच्ची, खेल-खिलौनों की दुनिया तो है ही मेल-मिलाप करते, व्यंजनों का लुत्फ लेते पुस्तक प्रेमियों का एक अलग रूप नज़र आ रहा हैं। मेले कल अंतिम दिन रात नौ बजे तक चलेगा। शतजीवी रचनाकार व पूर्व मंत्री स्वरूपकुमारी को कल शाम मुख्यअतिथि साहित्य आराधना सम्मान से अलंकृत करेंगे।

दि फेडरेशन आॅफ पब्लिशर्स एण्ड बुकसेलर्स एसोसिएशन्स इन इण्डिया, नई दिल्ली के सहयोग से हो रहे के.टी.फाउण्डेशन व फोर्सवन का समापन समापन कल शाम पांच बजे प्रमुख स्टालधारकों व सहयोगियों को सम्मानित कर होगा।

पुस्तक मेले में आकाशवाणी के स्टाल पर बड़े गुलाम अली खां, भारतरत्न बिस्मिल्लाह खां, बेगम अख्तर, वीडी पलुस्कर जैसे दिग्गज कलाकारों के बीच मन्ना डे मेले में कुछ नई आमद भी दिखाई दे रही है। इसमें कथा सरिता सीरीज की पहली कड़ी में इस्मत चुगताई, राजेन्द्र सिंह बेदी, निर्मल वर्मा, राजेन्द्र यादव, गीतांजलि श्री, गुलशेर खां शानी और विष्णु प्रभाकर की कहानियों से सजी सीडी है। इसके अलावा बाबा नार्जाजुन शीर्षित नागार्जुन की साहित्यिक यात्रा, हिन्दी व बांग्ला कविता पाठ, संस्मरणों और केके नैयर के लिए इंटरव्यू की सीडी और व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई की व्यंग्यवाताओं और भेंटवार्ता की सीडी भी अहम दस्तावेजी सीडी हंै। तिरुमाला साफ्टवेयर के पाठ्यक्रम और नये गेम्स की डीवीडी में नई पीढ़ी के पाठक रुचि दिखा रहे हैं। हिन्दी संस्थान के स्टाल पर तीन खण्डों में धर्मशास्त्र का इतिहास युवाओं तक को अपनी ओर खींच रहा है। इसके अलावा प्रेमचन्द की कहानियों, घाघ की कहावतों व उर्दू-हिन्दी शब्दकोश पुस्तकप्रेमी परख रहे हैं। प्रकाशन संस्थान की ऐतिहासिक, साहित्यिक किताबों को भी खूब पंसद किया जा रहा है।

आज गांधी बाल एवं युवा मंच पर ज्वाइन हैण्ड्स फाउण्डेशन के सौजन्य व ज्योतिकिरन रतन के संयोजन में आज सुर ताल संगम के स्थानीय कलाकारों यथार्थ, रूबल, अदिति, अंशिका राय, आस्था जैन, इशिता, आद्या के संग सीतापुर के रिंकू मिश्रा, हरीश, एजाज अहमद, तौकीर, सौरभ, व पीलीभीत के हर्षित सिंह के संग शिवेन्द्र, यामिनी, काजल शबीना सैफी व नीता ने सुंदर आकर्षक प्रस्तुतियां दीं। यहां उमा त्रिगुणायत के संयोजन में अल्पिका संस्था का बाल साहित्य परिचर्चा भी चली।

आज सुबह सुंदरम संस्था की काव्यगोष्ठी के बाद आगमन संस्था के काव्य समारोह में अनेक कवियों से भाव भरी कविताओं का क्रम चला। सुधा आदेश की पुस्तक एक टुकड़ा धूप आरै स्वयंसिद्धा के लोकार्पण में दयानन्द पाण्डेय, संजीव जायसवाल आदि ने बात रखी। यहीं महेन्द्र भीष्म के कथा साहित्य पर चर्चा में विद्वानों ने विचार रखे। शाम को धानी चुनरिया का ढाई आखर प्रेम के काव्य व सम्मान समारोह चले तो अंगदान के बारे में डा.संदीप तिवारी ने बताया।