लखनऊ: प्रतिस्पर्धा के इस दौर में युवाओं को उच्चशिक्षा और राजकीय सेवाओं की परीक्षा में नित नये पैटर्नो को तोड़कर सफलता हासिल करनी होती है और ये काम बगैर स्तरीय मार्गदर्शन करने वाली पुस्तकों के मुश्किल है। इस दिशा में राणाप्रताप मार्ग मोतीमहल लान में लगा सोलहवां राष्ट्रीय पुस्तक मेला लक्ष्य भेदने के आकांक्षी युवाओं का मददगार बना है।

दि फेडरेशन आॅफ पब्लिशर्स एण्ड बुकसेलर्स एसोसिएशन्स इन इण्डिया, नई दिल्ली के सहयोग से हो रहे के.टी.फाउण्डेशन व फोर्सवन के निःशुल्क प्रवेश वाले मेले के बारे में आज आयोजकों ने बताया कि बातचीत और निरीक्षण के बाद ज़िला प्रशासन ने गतिरोध दूर करते हुए मेले को नियत तारीख सात अक्टूबर तक जारी रखने की अनुमति प्रदान कर दी है। मेला आयोजन सात अक्टूबर तक रोज सुबह 11 से रात नौ बजे तक चलेगा।

पुस्तक मेले में अनेक विषयों के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों में सहायक साहित्य भी खूब है। अग्रवाल प्रकाशन के स्टाल पर प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेहती पुस्तक सामग्री है तो प्रभात प्रकाशन के स्टाल पर देश भी की हर तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अनेक विषयों की लगभग 120 पुस्तकों की एकदम नई सीरीज उपलब्ध है। इनमें, सामान्य ज्ञान, करेण्ट अफेयर्स, देश के राज्य, अध्यापक भर्ती, आल अबाउट यूपीएससी, आप भी आइएएस बन सकते हैं, हाऊ टू फेस आइएएस इंटरव्यू, प्राध्यापक भर्ती जैसी किताबें शामिल हैं। इण्डियन सोशल इंस्टीट्यूट के स्टाल 35 पर सामान्य जन से लेकर कानून के विद्यार्थियों-शोधार्थियों के लिए हिन्दी व अंग्रेजी दोनों में उपभोक्ता अधिकार, गिरफ्तारी के समय आपके अधिकार, पुलिस के बारे में आपको क्या जानना चाहिए और महिला कानून विषयों की सौ से ऊपर किताबे 15 से अधिकतक 90 रुपये में उपलब्ध हैं। सुभाष पुस्तक स्टाल पर स्कूली व प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी हिन्दी-अंग्रेजी निबंध आदि के संग मनोरमा इयर बुक खासकर युवाओं की पसंद बनी हुई है। प्रकाशन विभाग के स्टाल पर भी इण्डियन फारेन पाॅलिसी जैसी कई पुस्तकें हैं। रेस आइएएस के स्टाल पर

सिविल सविर्सेज प्रिलिम्स की किताबों के सेट प्रदर्शित हैं। राजपाल के स्टाल पर कल दोपहर एक बजे से थर्ड जंेडर पर लिखी चर्चित पुस्तक जिंदगी फिफ्टी-फिफ्टी के लेखक भगवंत अनमोल प्रशंसकों से मिलेंगे। स्टाल प्रबंधक अशोक शुक्ल ने बताया कि पुस्तक की 11 सौ में से अबतक कुल करीब छह सौ प्रतियां बिक चुकी हैं।
आज गांधी बाल एवं युवा मंच पर ज्वाइन हैण्ड्स फाउण्डेशन के सौजन्य से तथा ज्योतिकिरन रतन के संयोजन में आज चली गायन-वादन नृत्य आदि की प्रतियोगिताओं में अर्जुन, पावनी, ईशानी, राघव, समर्थ, अनुज्ञा, कोमल रमन, सिमरन, सनाया, अर्पिता आदि बच्चों ने सुंदर प्रस्तुतियां दीं। रियाज, वीरू, सिद्धार्थ ने निकेत के लिखे गीत- ओ सपूतों भारत की तकदीर बना दो जैसे जोशीले गीत गाए। साथ ही भातखण्डे संगीत विश्वविद्यालय के शिक्षक ज्ञानेन्द्र बाजपेयी व शिष्यों की प्रस्तुतियां हुईं।