नई दिल्ली: सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती किए जाने पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस ने एक्साइज़ ड्यूटी कम करने के ऐलान पर कहा कि मोदी सरकार लोगों को मूर्ख बना रही है. उन्होंने कहा कि ये कटौती बड़े ज़ख़्म पर 'बैंड एड' लगाने जैसी है. उन्होंने मांग की कि सरकार वापस पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमतें 2014 के स्तर पर लेकर आए. सुरजेवाला ने कहा कि इसे कहते हैं '900 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली.' उन्होंने कहा कि महंगाई हाथी के समान और कटौती चीटी के समान. इसलिए देश कहता है कि मोदी सरकार बेइमान. सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह इसी तरह से है कि किसी को सजा-ए-मौत सुना दीजिए और कहिये की खुश हो जाइये, क्योंकि तुम्हारी सजा-ए-मौत उम्रकैद में बदल गई है.

सुरजेवाला ने दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में 'हार सामने देखकर' और जनता की भारी नाराजगी की वजह से नरेंद्र मोदी सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों के दाम में 'नाममात्र' कमी की है. सुरजेवाला ने कहा, 'पांच राज्यों में चुनावी हार को सामने देख और जनता के भयंकर गुस्से से घबराकर मोदी सरकार ने मामूली मात्रा में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में उत्पाद शुल्क कम करने की घोषणा की. मोदी जी आप जनता को अब बेवकूफ नहीं बना सकते. आपको पेट्रोल-डीजल की लूट पर जवाब देना पड़ेगा.'

कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल किया, 'गत 52 महीने में मोदी सरकार ने केंद्रीय उत्पाद शुल्क के नाम पर देश की जनता की जेब काटकर 13 लाख करोड़ क्यों लूटा? उत्पाद शुल्क में 52 महीने में 12 बार इजाफा क्यों किया?' सुरजेवाला ने कहा, 'मोदी जी और जेटली जी, क्या आप भूल गए कि कच्चे तेल की कीमत कांग्रेस सरकार में औसतन 100 डॉलर प्रति बैरल से अधिक रही. 2008 में जब कांग्रेस की सरकार थी और जब आप गैस सिलेंडर और पेट्रोल पंप पर विरोध करते थे तो कच्चे तेल की कीमत 147 डॉलर प्रति बैरल तक गई. आज तो 86 डॉलर पहली बार पहुंची है और आप आज ही दुहाई दे रहे हैं.'