फतेहपुर: दोअाबा की धरती से शनिवार को मुख्यमंत्री ने स्वच्छाता ही सेवा अभियान का इस संकल्प के साथ अागाज किया कि यूपी के हर घर में 2 अक्टूबर 2019 तक शौचालय होगा। इस दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़ते हुए योगी ने विश्वास दिलाया कि यह स्वच्छता अभियान का ही परिणाम है कि यूपी में बीमारियों के अांकड़े 50 फीसदी तक कम हो गए हैं। हमारे गांव सेहतमंद हो रहे हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में 1978 से 2017 तक जेई कालाजार, चिकनगुनिया से अकेले गोरखपुर के बीअारडी मेडिकल कॉलेज में हर साल 500 मरीज भर्ती होते थे, लेकिन इस साल इन बीमारियों से ग्रसित कुल 100 मरीज भर्ती हुए है, जिनमें हम छह लोगों को बचा नहीं सके।

देश के 128 अति पिछड़े जिलों में सुमार फतेहपुर जिले के हसनापुर सानी में शनिवार को स्वच्छता ही सेवा अभियान की शुरुअात दीप प्रज्जवलन से की। कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत के बाद वह सीधे प्रधानमंत्री मोदी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। सिर्फ सात मिनट तक वीसी के माध्यम से पीएम से रूबरू होते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दो अक्टूबर 2019 तक यूपी में कोई ऐसा घर नहीं होगा जिसके परिवार में शौचालय नहीं हो। स्वच्छता ही सेवा अभियान स्वस्थ उत्तर प्रदेश और सशक्त उत्तर प्रदेश बनाने का काम कर रहा है। पहलें यहां के गांवों में बारिश के दौरान बीमारियां फैल जाती थी, लेकिन अब हालात बदल रहे हैं। मैं सम्मान के साथ बता सकता हूं कि अब बीमारियों के आंकड़े 50 फीसद तक कम हो गए हैं।

इस दौरान योगी ने पीएम को बताया कि आज से 4 साल पहले यूपी के लिए गांवों के लिए स्वच्छता एक सपना था, अधिकांश गांव गंदे थे। जब से यह मिशन शुरू हुआ है तब से 25 लाख शौचालय गांवों में बने हैं। उस समय 23 प्रतिशत कवरेज था और 2017 में इसे जन आंदोलन बनाया गया। प्रदेश में 56 हजार स्वच्छाग्री तैनात किए गए और सफाई कर्मचारियों को तैयार किया। इसके साथ ही दो लाख बीस हजार राजमिस्त्रियों को तैयार किया। प्रदेाश में एक करोड़ छत्तीस लाख घरों का निर्माण करवाया गया, जहां शौचालय की सुविधा है। 2017 में सरकार में आने के बाद अभियान को गति मिली और 15 सितंबर 2018 तक बेस लाइन सर्वे के तहत अोडीएफ के करीब है। हम एक साल में प्रदेश को खुले में शौच से मुक्त कर देंगे। सीएम ने कहा कि छोटे परिवारों के लिए कार्ययोजना तैयार हो चुकी है।