नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और केन्द्र सरकार पर जमकार आरोपों की बौछार की। लेकिन, इस समय उनके निशाने पर थी केन्द्रीय जांच एजेंसी सीबीआई। जिस पर राहुल ने साल 2016 में कारोबारी विजय माल्या को देश से भागने में मदद करने का आरोप लगाया। ऐसे करते हुए उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भी निशाना साधा।

राहुल ने कहा कि यह समझ से परे है कि इतने बड़े मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुमति के बिना सीबीआई ने लुकआउट नोटिस बदला होगा।
गांधी ने ट्वीट कर कहा, ''सीबीआई ने बड़ी खामोशी से डिटेन नोटिस को इन्फॉर्म नोटिस में बदल दिया जिससे माल्या देश से बाहर भाग सका। सीबीआई सीधे प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करती है। ऐसे में यह समझ से परे है कि इतने बड़े और विवादित मामले में सीबीआई ने प्रधानमंत्री की अनुमति के बगैर लुकआउट नोटिस बदला होगा।''

राहुल गांधी ने गुरुवार को भी इस मामले को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा था और आरोप लगाया था कि 'जेटली की मिलीभगत' से माल्या भागने में सफल रहा। दरअसल, माल्या ने बुधवार को कहा कि वह भारत से रवाना होने से पहले वित्त मंत्री से मिला था और बैंकों के साथ मामले का निपटारा करने की पेशकश की थी।

उधर, वित्त मंत्री जेटली ने माल्या के बयान को झूठा करार देते हुए कहा कि उन्होंने 2014 के बाद उसे कभी मिलने का समय नहीं दिया था। जेटली ने कहा कि माल्या राज्यसभा सदस्य के तौर पर हासिल विशेषाधिकार का 'दुरुपयोग करते हुए संसद-भवन के गलियारे में उनके पास आ गया था।