एक महिला के 6-6 वोटर कार्ड, जयपुर में ही 25 हजार फर्जी मतदाता
नई दिल्ली: कुछ ही महीनों में राजस्थान विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस बीजेपी समेत दूसरी पार्टियां अभी से ही कमर कस चुकी हैं। लेकिन चुनाव की तैयारी में जहां एक कमी आ रही है वो है वोटर लिस्ट। राजस्थान में वोटर लिस्ट में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां देखने को मिल रही है। हालात ऐसे हैं कि वोटर लिस्ट में एक ही शख्स के दो, तीन यहां तक कि छह-छह जगह नाम देखने को मिल रहे हैं। कांग्रेस का आरोप है कि जयपुर के किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में ही 19 हजार से ऐसे मतदाता हैं जिनका एक से अधिक वोटर कार्ड बना हुआ है।

एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में ऐसे कई मतदाता हैं, जिनके एक से ज्यादा वोटर कार्ड हैं। ऐसी ही एक वोटर हैं रुक्मणि देवी। रुक्मणि देवी के तीन वोटर आईकार्ड बने हुए हैं। उनके मुताबिक गलती की वजह से उनके तीन बार नाम दर्ज हो गये हैं। उनके मुताबिक एक बार उनका पता गलत दर्ज हुआ था तो एक बार उनके नाम में गलती हो गई थी। कई मतदाता तो वोटर लिस्ट में दो-तीन बार अपना नाम देखकर हैरान हैं। राजू छीपा नाम के एक लड़के का नाम तो वोटर लिस्ट में है, लेकिन उसे वोटर कार्ड नहीं मिला है।

एक वोटर तो ऐसी थी जिसके 6-6 वोटर कार्ड थे। अनीता नाम की इस महिला के 4 वोटर आईडी में उनका पता नहीं लिखा गया है। जिस वोटर आईडी कार्ड में उनका पता लिखा गया है अब वो वहां नहीं रहती हैं। जब वोटरों से बात की गई तो ज्यादा को इन गलतियों के बारे में पता ही नहीं था। कुछ गलतियां नाम, कुछ पता तो कुछ पहचान को लेकर थी। एक वोटर का नाम अलग- अलग बूथ में था। इस लिहाज से वह एक बूथ में वोट डालकर दूसरे बूथ में भी आसानी से वोट डाल सकती थी। वोटर लिस्ट बनाने की जिम्मेदारी संभाल रहे जिला प्रशासन ने इन गलतियों को स्वीकार किया है। जयपुर के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन खुद भी मानते हैं कि गलतियां हुई हैं।

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के सॉफ्टवेयर में मौजूद फोटो से जिला प्रशासन सभी वोटरों की तस्वीरें मिला रहा है। उन्होंने कहा कि जयपुर में पच्चीस हजार डुप्लीकेट नाम दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले इन नामों को डिलीट करने की प्रक्रिया शुरु की जा रही हैं। उधर कांग्रेस ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग से नाराजगी जताई है। कांग्रेस का कहना है कि अगर किसी के पास एक से ज्यादा वोटर आईकार्ड है तो ये कानूनन अपराध है।