नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ मिलकर सरकार में शामिल बीजेपी ने गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया है. सीजफायर सहित कई मुद्दों पर दोनों ही पार्टियों में काफी दिनों से टकराव चल रहा था. आज ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने महबूबा मुफ्ती सरकार में शामिल बीजेपी कोटे के सभी मंत्रियों और राज्य के सभी बड़े नेताओं को दिल्ली में आपात बैठक के लिये बुलाया था. इसके बाद बीजेपी ने समर्थन वापस लेने का ऐलान कर दिया. बीजेपी की ओर से समर्थन वापसी की चिट्ठी जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल को सौंप दिया गया है. इस बीच महबूबा मुफ्ती ने भी अपना इस्तीफा राज्यपाल एनएन वोहरा को सौंप दिया है.

राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हमने एक बड़े वीजन के तहत गठबंधन किया था. मुफ्ती साहब ने बीजेपी के साथ बड़े मकसद से हाथ मिलाया था. मुफ्ती साहब ने सोचा था कि पीएम को एक बहुत बड़ा जनादेश मिला है और वह जम्मू कश्मीर के हालात के लिए कुछ काम करेंगे. हमें कई महीने लगे आपस में तालमेल बिठाने में. हमने सोचा था कि गठबंधन अच्छा चलेगा. उन्होंने कहा कि हम चाहते थे कि संवद हो. रमजान के दौरान संघर्ष विराम से लोग काफी खुश थे. पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हम कश्मीर में संवाद और सुलह – समझौता के लिए प्रयासरत रहेंगे. उन्होंने कहा कि हमने यह गठबंधन पावर के लिए नहीं किया था.