लखनऊ: जिस सरकारी बंगले में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रहते थे, उसमें योगी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह रहना चाहते हैं. इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री ने मंगलवार को बंगला आंवटन को लेकर प्रमुख सचिव को पत्र लिखा है. सिद्धार्थ नाथ सिंह चाहते हैं कि 4 विक्रमादित्य मार्ग वाला बंगला उन्हें मिल जाए. इस समय यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह 19 गौतम पल्ली मार्ग स्थित बंगले में रहते हैं. ये घर उन्हें सरकार से मिला है. अब ये बंगला उनको छोटा लगने लगा है. वे कहते हैं कि हमारे पास जगह इतनी कम है कि हम अपने विधानसभा के लोगों से ठीक से मिल भी नहीं पाते हैं.

गौरतलब है कि बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता रहे सिद्धार्थ नाथ सिंह पहली बार इलाहाबाद विधायक बने है. फिर योगी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए. वे यूपी सरकार के प्रवक्ता भी हैं. वहीं प्रमुख सचिव को लिखी चिट्ठी में उन्होंने कहा है कि वर्तमान में उन्हें आवंटित बंगला काफी छोटा है. यहां कैंप कार्यालय के स्टाफ और आगंतुकों के बैठने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं है. सिद्धार्थनाथ सिंह ने पत्र में आवास संख्या-4 अथवा 5 विक्रमादित्य मार्ग का स्पष्ट उल्लेख करते हुए आवंटित करने की मांग की है.

कोर्ट के आदेश पर सरकारी बंगला खाली करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने नए घर में शिफ्ट हो गए है. सरकारी बंगला खाली करने के बाद अखिलेश ने परिवार के साथ वीआईपी गेस्ट हाउस को अपना ठिकाना बनाया था. बता दें कि अखिलेश यादव के बंगला खाली करने के बाद भी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. जहां अखिलेश पर बंगले को उजाड़ने का आरोप लगा. वहीं, उन्होंने इस विवाद पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके खुद पर लगे आरोप को निराधार बताया. अखिलेश ने कहा कि बीजेपी उन्हें बदनाम कर रही है.

उधर, राज्य संपत्ति अथिकारी ने अखिलेश यादव के खाली किए गए बंगले में हुई तोड़फोड़ की जांच शुरू कर दी है. राज्य संपत्ति अधिकारी योगेश शुक्ला ने बताया कि सभी खाली किए गए बंगलों रिकॉर्ड से मिलान करवाया जाएगा. सभी निर्माण व सामान आदि का ब्यौरा विभाग के पास मौजूद है. अगर यह तथ्य प्रकाश में आया कि तोड़फोड़ जानबूझकर की गई है और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है, तो नोटिस और रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी.