मुंबई: जम्मू-कश्मीर में पीडीपी की महबूबा मुफ्ती सरकार से बीजेपी द्वारा समर्थन वापस लेने पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी नेतृत्व पर निशाना साधा है। मुंबई में पार्टी के प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि करीब साढ़े तीन साल तक राज्य की सत्ता में भागीदारी निभाने और करीब 600 सैनिकों को शहीद करवाने के बाद बीजेपी को अब होश आया है कि वो गलत पार्टी के साथ गठबंधन सरकार चला रहे हैं। उद्धव ने कहा कि बीजेपी को बहुत पहले ही पता चल गया था कि वहां पीडीपी के साथ सरकार नहीं चल सकती है, बावजूद इसके इतने लंबे समय तक वहां सरकार घिसट कर चलाई जाती रही। बता दें कि पीडीपी और बीजेपी गठबंधन टूटने पर शिवसेना प्रवक्ता ने इसे बेमेल गठजोड़ और राष्ट्रद्रोही गठबंधन कहा था।

उद्धव ठाकरे ने कहा कि लोग पूछते हैं कि हम बीजेपी सरकार की आलोचना करते हैं, फिर भी उसके साथ केंद्र और राज्य की सरकार में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारी राजनीति है और जल्द ही इस पर भी ठोस फैसला लेंगे। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि यह शिवसेना की बढ़ती ताकत का ही नतीजा है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार हमें विपक्षी गठबंधन में शामिल होने का न्योता दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया में इस बात की बड़ी चर्चा है कि हमें विपक्षी गठबंधन में शामिल होने के प्रस्ताव मिल रहे हैं लेकिन हम सही समय पर सही राजनीतिक कदम उठाएंगे।

बता दें कि आज (19 जून) बीजेपी ने नई दिल्ली में एक बैठक के बाद जम्मू-कश्मीर की महबूबा सरकार से समर्थन वापस लेने का एलान किया और राज्यपाल एनएन वोहरा को समर्थन वापसी का पत्र भेज दिया। इसके थोड़ी ही देर बाद सरकार के अल्पमत में आ जाने की वजह से सीएम महबूबा मुफ्ती ने अपने पद से त्याग पत्र दे दिया। बीजेपी ने समर्थन वापसी का एलान करते हुए कहा कि राज्य में आतंकी घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है, जबकि राज्य सरकार राज्य में कानून-व्यवस्था का पालन करने में नाकाम रही है। बीजेपी ने राज्य में राज्यपाल शासन लागू करने की भी मांग की। उधर, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेन्स ने पीडीपी को समर्थन देने से इनकार किया और राज्य में फिर से चुनाव कराने की मांग की। फिलहाल केंद्र सरकार ने राज्यपाल एनएन वोहरा का कार्यकाल बढ़ा दिया है, वो 25 जून को सेवानिवृत हो रहे थे। वोहरा पिछले 10 साल से वहां के गवर्नर हैं।