गर्मियों का मौसम आम का है। हर किसी के पसंदीदा फलों में शामिल आम को लेकर आम लोगों में कुछ गलत धारणाएं फैली हैं। अधूरी जानकारियों की वजह से फैली इन अफवाहों की वजह से बहुत से लोग आम को अपनी डाइट से बाहर कर देते हैं। इससे वह आम के तमाम औषधीय गुणों का लाभ लेने से चूक जाते हैं। आज हम आपको ऐसे ही तीन मिथकों के बारे में बताने वाले हैं। आइए, जानते हैं कि वे मिथक कौन-कौन से हैं।

आम खाने से वजन बढ़ता है – आम खाने से वजन बढ़ने का कोई प्रमाण उपलब्ध नहीं है। आम एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर फल है। इस वजह से यह मेटाबॉलिज्म बेहतर बनाए रखने में मददगार होता है। ऐसे में यह वजन कम होने की वजह तो हो सकता है लेकिन वजन बढ़ने के कारण होने में संदेह है। आम में फाइबर मौजूद होता है। ऐसे में आप जब इसे खाते हैं तो आपको बार-बार भूख नहीं लगती और आप ज्यादा खाने से बच जाते हैं। इससे आपका वजन कम होता है।

आम से मुहांसे होते हैं – बहुत से लोगों का मानना होता है कि आम खाने से चेहरे पर दाने होने की संभावना होती है। यह सरासर गलत तथ्य है। आम में केरोटिन नाम का तत्व पाया जाता है। जो आपकी स्किन को बेदाग और चमकदार बनाने में मदद करता है। आम खाने से मुहांसे होने की समस्या बिल्कुल भी सही नहीं है।

तापमान बढ़ाता है आम – आम को लेकर लोगों के बीच यह भी धारणा है कि इसे खाने से शरीर का तापमान बढ़ता है लेकिन यह तथ्य भी सही नहीं है। आम एक कूलिंग फ्रूट है। आम खाने से पहले इसे ठंडे पानी में एक-डेढ़ घंटे तक भिगोकर रख दें। इससे आम पर मौजूद फाइटिक एसिड धुल जाता है। यही एसिड तापमान को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है। इस तरह से आम खाएंगे तो गर्मियों में भी अंदर से ठंडा महसूस करेंगे।

क्यों खाएं आम – आम फलों का राजा इसीलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें स्वाद के साथ बेहतरीन औषधीय गुण भी होते हैं। इसमें कई तरह के विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं। इसमें पाया जाने वाला विटामिन ए आंखों की रोश्नी को बेहतर बनाता है। इसके अलावा इसमें प्रोस्टेट कैंसर, स्तन कैंसर और ल्यूकीमिया जैसे गंभीर रोगों को रोकने की भी क्षमता होती है। हर रोज एक आम खाने से आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है जिससे कई रोग आपके आस-पास भी नहीं आ सकते। फाइबर, पोटैशियम और मैग्नीशियम से बरपूर आम रक्त में लाल रक्त कणिकाओं की संख्या बढ़ाने में भी मददगार है।