लखनऊ: प्रदेश में जहां भयंकर तूफान से लगभग 74 लोगों की अब तक असमय मौतें हो चुकी हैं, आगरा में ही केवल 43 लोगों की मृत्यु हो गयी है। लोगों के घर गिर गये, फसलें बर्बाद हो गयीं हैं। व्यापक पैमाने पर जन-धन की हानि हुई है और जनता त्राहि-त्राहि कर रही है, वहीं पर प्रदेश के मुख्यमंत्री अन्तर्राज्यीय दौरे पर चुनाव प्रचार में व्यस्त एवं मस्त हैं। ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अंशकालिक नियुक्ति पर हैं साथ ही देश के सबसे गैर जिम्मेदार मुख्यमंत्रियों में एक हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर, सांसद ने आज जारी बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने भाजपा को जनादेश उत्तर प्रदेश के 75 जिले में कानून का राज स्थापित करने, बेरोजगारी दूर करने, आपदा के वक्त दुःख-सुख में जनता के काम आने एवं नौजवान, किसान, महिलाओं की सुरक्षा के लिए दिया था लेकिन सत्ता के मद में चूर मुख्यमंत्री एवं उनके मंत्री जनादेश का घोर उल्लंघन कर चुनाव प्रचार अभियान समिति के सदस्य के रूप में कार्य कर रहे हैं।

उन्होने कहा कि मृतक परिवारों को पचास-पचास लाख का मुआवजा एवं तूफान से पीडि़त परिवारों को कम से कम तीस लाख का मुआवजा तत्काल दिया जाय। जिससे कि वह दुबारा से अपना जीवन यापन शुरू कर सकें। सरकार का मुख्य कर्तव्य आपदा में लोगों की मदद करना होता है जबकि यहां मुख्यमंत्री मदद की जगह दूसरे प्रदेश में पार्टी के प्रचार मंे व्यस्त हैं।

उन्होने कहा कि कर्नाटक की जनता मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से सवाल कर रही है कि आखिर जब वह अपनी व उपमुख्यमंत्री की लोकसभा की सीटें ही उपचुनाव में नहीं बचा सके क्योंकि प्रदेश की जनता का विश्वास मुख्यमंत्री से उठ चुका है। कर्नाटक की जनता कैसे विश्वास करेगी कि आदित्यनाथ जी के कहने से कर्नाटक में सुशासन मिलेगा? साथ ही कर्नाटक की जनता मुख्यमंत्री से यह भी सवाल कर रही है कि उसी उ0प्र0 मॉडल की बात करने आप कर्नाटक आये हैं जहां नाबालिग बच्चियों के साथ बलात्कार नहीं सामूहिक बलात्कार होता है। जहां का किसान आत्महत्या के लिए जाना जाता है। जहां सुबह व्यक्ति घर से निकलता है तो शाम तक घर आयेगा, निश्चित नहीं होता। जहां रोजगार के नाम पर फिरौती और अपराध का धन्धा चलता है।