नई कलम के रचनाकार और कवयित्रियां उतरीं मंच पर

लखनऊ। भागमभाग भरी जिन्दगी में किताबें पढ़ना थोड़ा चित्त को शांत और एकाग्र करता है तो शरीर को भी कुछ सुकून मिलता है। संगीत नाटक अकादमी गोमतीनगर परिसर में चल रहे लखनऊ पुस्तक मेले में सजे किताबों के संसार में अध्यात्म की राह सिखाती किताबें तो जैसे आने वाले पाठकों के लिए सोने पर सुहागा साबित हो रही हैं।

पुस्तक मेले में आने वालों की एक बड़ी तादाद अध्यात्म विषयक किताबों के पाठकों की हमेशा से रही है। यहां रामकृष्ण मिशन के स्टाल पर रामकृष्ण परमहंस, मां सारदा और विवेकानन्द के साहित्य के संग ही स्वामी अमत्र्यानन्द की प्रभावी जीवन प्रबंधन जैसी नई पुस्तकें भी हैं। ईशा इंस्टीट्यूट कोयम्बटूर के स्टाल पर सदगुरु की प्रासंगिक विषयों की बहुत सी बातें हैं। आईआरएच प्रेस के स्टाल पर रयुहो ओकावा की सूर्य के नियम, सफलता के नियम, प्रसन्नता के नियम जैसी अंग्रेजी से हिन्दी अनुवादित पुस्तकें साधारण अध्यात्मप्रेमियों को भी आकर्षित कर रही हैं। राज विद्या केन्द्र पर अपने को जानिए लगभग अभियान रूप में चल रहा है। हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट के स्टाल पर कमलेश डी पटेल की जिन्दगी की उलझनों को सुलझाने वाली अनेक पुस्तकें हैं। ओशो के स्टाल पर आचार्य रजनीश की हिन्दी-अंग्रेजी किताबों-पत्रिकाओं के संग ही सीडी-डीवीडी भी उपलब्ध हैं। सदानन्द तत्वज्ञान के स्टाल पर अध्यात्मिक विषयों की अनेक पुस्तकें हैं। दि गिडियोन्स के स्टाल पर बाइबिल के संग ही प्रचुर मात्रा में मसीही साहित्य है। इसी तरह अहमदिया मुस्लिम जमात के स्टाल पर कुरआन के संग दि इकनामिक सिस्टम आफ इस्लाम जैसी अनेक किताबें उर्दू, हिन्दी व अंग्रेजी में हैं। वेलायत पब्लिकेशन के स्टाल पर तहजीब उल इस्लाम जैसी पुस्तकों के संग ही जवानी की हिफाजत करें और तरबियते औलाद के सुनहरे उसूल जैसी किताबें हिन्दी में हैं। इसके साथ ही यहां वास्तु, फंेग्शुई व एक्यूप्रेशर उपकरणों का स्टाल भी है।

‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ थीम पर चल रहे लखनऊ पुस्तक मेले में छठे दिन आज गतिविधियों की धूम रही। संयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि विविधता भरे इस पुस्तक मेले में कल का आकर्षण दोपहर बार आकाशवाणी लखनऊ की ओर से नवयुवाओं की सुरतंरग गायन प्रतियोगिता का फाइनल राउण्ड होगा।
आज कार्यक्रमों का आगाज नई कलम मुशायरा में नवोदित रचनाकारों के कलाम से हुई। शाम को मुख्यअतिथि डा.निरूपमा अशोक लखीमपुर खीरी की उपस्थिति, गाजियाबाद की डा.मिथिलेश दीक्षित की अध्यक्षता व डा.रश्मिशील शुक्ला के संचालन में हुए राष्ट्रीय कवयित्री सम्मेलन में समन्वयक-संयोजक शीला पांडे ने- ‘अदद छाँव की तलाश में हलाल हुए हम’ व ‘स्कूलों में बचे नहीं अब खिड़की और झरोखे, चाम तने बच्चे कठपुतली नाच रहे हैं खोखे’ जैसी रचनाएं सुनाईं। इसके अतिरिक्त डा.शोभा त्रिपाठी, शकुन मिश्रा सीतापुर की विनोदिनी रस्तोगी ने भी काव्यपाठ कर श्रोतागणों पर अमिट छाप छोड़ी। हाइकू मर्मज्ञ डा.मिथिलेश दीक्षित ने हाइकु मुक्तकों के संग- ‘तुम करिश्मा हो किसी फनकार के हाथों का या जादूगरी हो, शायरी में मीठी हसरत की हो शहजादी, हमारे मुल्क की जिन्दादिली हो’ आदि रचनाएं सुनाईं। लेखक से संवाद श्रृंखला में हास्य व्यंग्य कवि डा.सूर्यकुमार पाण्डेय से व्यंग्यकार पंकज प्रसून ने संवाद स्थापित किया। परवेश जैन और पंकज प्रसून ने रोचक व्यंग्य पाठ किये।

आईकेयर के अनूप गुप्ता के संयोजन व विकास गुप्ता के संचालन में कौशल विकास पर चली परिचर्चा में वीरेन्द्र ग्रोवर, डा.मनोज मेहरोत्रा ने विचार व्यक्त किए। अंकुरम शिक्षा महोत्सव के तहत आज जितेश के मंच संचालन में मंच पर लखनऊ से सरकारी प्राथमिक विद्यालय कमलाबाद बढ़ौली और सठवारा की शिक्षिका किरन त्रिवेदी और सीमा के निर्देशन में रेहाना, संजना गौतम, पूजा सोनी, अंकिता यादव, छवि मिश्रा, फरजाना, मानवी, शिवम, साजिया ने डांस करके दर्शकों को खूब लुभाया। साथ ही सरकारी उच्च प्राथमिक विद्यालय कठिंगरा के शिक्षक शाहिद के नेतृत्व में आयुषी, प्राची, सविता, अंशिका, शिवानी, मो. अरमान ने पाॅलिथीन हटाओ नुक्कड नाटक प्रस्तुत किया। बृजेश मौर्या, वैष्णवी के जबरदस्त गाने ने सबको खूब झुमाया। यथार्थ गांधी ने पियानो पर म्यूजिक प्ले किया। प्रतिभाग करने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रतिभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किये गये।