मुख्यमंत्री से मिलने में नाकाम भाजपाइयों ने भी लगाये प्रशासन विरोधी नारे

सुलतानपुर। मुख्यमंत्री बनने के एक साल बाद जिले में पहुंचे मुख्यमंत्री
को काले झण्डे दिखाये गये। हालांकि पुलिस प्रशासन ने काला झण्डा दिखाने
वाले सपा छात्र सभा के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान कवरेज कर
रहे कई पत्रकारों के मोबाइल भी छीनाझपटी में गायब हो गए। अपने भाषण में
मुख्यमंत्री श्री योगी को महात्मा गांधी की खूब याद आयी। मुख्यमंत्री के
साथ प्रदेश के आबकारी मंत्री/जिले के प्रभारी मंत्री जय प्रताप सिंह भी
साथ थे। समीक्षा बैठक में सीएम ने जिलाधिकारी विवेक और एसपी अमित वर्मा
के कार्यों को देखते हुए उनकी पीठ थपथपाई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उड़नखटोला मंगलवार की सुबह करीब 8.45 पर
पुलिस लाइन में बने हैलीपेैड पर उतरा। जहां से उनका काफिला पूर्व
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ पं0रामनरेश
त्रिपाठी सभागार पहुंचा। जहां पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को स्कूल
चलो अभियान एवं राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम
स्थल पं0 रामनरेश त्रिपाठी सभागार में पंचायती राज से सम्बन्धित लगे
स्टालों का निरीक्षण करने के बाद वह सभागार में आयोजित पंचायती राज की
बैठक में पहुंचे। जहां पर उन्होंने कहा कि गांधी जी के सपनों को साकार
करना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसकी शुरूआत मध्यप्रदेश से करेंगे।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने अखण्ड भारत के लिए जो सपना देखा था कि
गांव में पंचायती राज आने से विकास की धुरी तेज चलेगी। प्रधानमंत्री ने
भी यह संकल्प लिया था कि पंचायतों को देश के विकास के लिए अग्रणी बनाने
का काम होगा। इस संकल्प की शुरूआत 2014 में हो चुकी थी। श्री योगी ने कहा
कि देश में 70 फीसदी आबादी गांवों में निवास करती है। देश की
अर्थव्यवस्था गांव पर ही निर्भर है। भारत को समूची दूनिया में अपनी अलग
पहचान बनााते हुए स्थापित करनाा है। इससे गांव के बेरोजगारों का पलायन
रूकेगा। ग्रामीणों को शहर जैसी सुविधाएं गांवों में ही प्रदान की जाएगी।
प्रधानमंत्री ने सीधे खाते में पैसा भेजने की शुरूआत कर दी है। उन्होंने
जनधन योजना का बखान करते हुए कहा कि आजादी के बाद से अब तक इतने खाते
नहीं खुले है। इसी की उपलब्धि रही कि अब तक 80 हजार करोड़ रूपयेे पहुंच
चुके हैं। श्री योगी ने कहा कि जिस रसोई गैस के लिए लाठी डण्डे खाने पड़ते
थे अब झोपड़ी में रहने वाला भी उसका इस्तेमाल कर रहा है। बिजली का कनेक्शन
मुफ्त किया गया है। उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर तंज कसते हुए कहा कि
पहले चार जिलों को ही बिजली मिलती थी अब हमने सभी जिलों के लिए एक जैसी
व्यवस्था कर दी है। एक वर्ष में उनकी सरकार ने 8.85लाख आवास मुहैया कराये
है। एक वर्ष के अल्प कार्यकाल में 40 लाख से ज्यादा शौचालय बनवाये गये जो
अपने आप में एक कीर्तिमान है। इसके बाद मुख्यमंत्री कलेक्ट्रेट में
अधिकारियों के साथ विकास कार्यों एवं कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा
बैठक की। जिसमें उन्होंने अधिकारियों को पूरी पारदर्शिता से काम करने की
नसीहत देते हुए चेतावनी भी दी कि उनके पोर्टल पर अगर शिकायतें मिली तो
सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही होगी। सूत्रों के मुताबिक कानून व्यवस्था
चुस्त दुरूस्त रखने के मामले में सीएम ने एसपी अमित वर्मा और अन्य
अधिकारियों का आभार जताया। तदुपरान्त सीएम योगी ने जिला अस्पताल का
निरीक्षण किया और कहा कि इलाज के लिए मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों का
सहारा नहीं लेना पड़ेगा। इसके लिए सारी सुविधाएं मुहैया करायी जाएगी। जिला
अस्पताल में न्यू इमरजेन्सी का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से
मुखातिब मख्यमंत्री ने कहा कि अब मैं मई के प्रथम सप्ताह में कर्नाटक जा
रहा हूं। वहां भी भारतीय जनता भारी बहुमत से जीतेगी और कांग्रेस का सूपड़ा
साफ हो जाएगा। अस्पताल निरी़क्षण के बाद सीएम योगी नवीन कृषि उत्पादन
मण्डी अमहट पहुंचकर गेहूं क्रय केन्द्र का भी निरीक्षण किया। पौने दो
बजे मुख्यमंत्री के उड़नखटोले के उड़़ने के बाद अफसरों ने राहत की सांस ली।

जिलाधिकारी कार्यालय के पास दिखाया गया काला झण्डा

रामनरेश त्रिपाठी सभागार में पंचायती राज की योजनाओं का शुभारम्भ करने के
बाद सीएम योगी आदित्यनाथ जिला कलेक्ट्रेट में आयोजित विकास कार्यों एवं
कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक करने के लिए लौट रहे थे जैसे ही वह
जिलाधिकारी कार्यालय के समीप पहुंुचे, पहले से ही घात लगाकर बैठे सपा
युवजन छात्रसभा के पदाधिकारी विकास चैरसिया, वैभव मिश्र समेत कई सपाई
मुख्यमंत्री के काफिले की तरफ काला झण्डा लिए दौड़ पड़े। सपाइयो ंने अखिलेश
यादव जिन्दाबाद का नारा लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। सुरक्षा व्यवस्था
में लगे सीओ नगर श्यामदेव व अन्य पुलिसकर्मियों ने छात्रसभा के सदस्यों
को गिरफ्तार कर लिया । इस दौरान सपाइयों की पुलिस द्वारा पिटाई भी की
गयी।

खुफिया तन्त्र हुआ नाकाम

जिले के दौरे पर मुख्यमंत्री के आने की सूचना के बाद जिले का खुफिया
तन्त्र सक्रिय तो हुआ तो लेकिन सपाइयों के मंसूबों को भांपने में नाकाम
रहा। जिसके चलते स्थानीय प्रशासन व इण्टेलीजेन्स की काफी भद्द पिटी।
जिला सूचना अधिकारी की रही संदिग्भ भूमिका

वीआईपी दौरे को लेकर जिला सूचना अधिकारी आरबी सिंह की कार्यशैली भी
सवालों के घेरे में रही। जिसको लेकर मीडिया के बड़े वर्ग में होती रही
आलोचना। जिला सूचना अधिकारी पर मीडिया के लोगों द्वारा आरोप लगाये गये कि
उनके द्वारा वीआईपी दौरे को लेकर मीडिया पास देने में भी भेदभाव किया
गया। जिससे मुख्यमंत्री के दौरे की व्यापक कवरेज न होने पाये। आरोप तो यह
भी है कि मुख्यमंत्री को दिखाए गए काले झण्डे की जानकारी जिला सूचना
विभाग को पहले ही हो चुकी थी। हालांकि यह पहला मौका है कि सूचना विभाग ने
कुछ पत्रकारों को छोड़कर किसी को न तो सूचना दी गयी और न ही पास जारी किए
गए।

स्वच्छ भारत मिशन के तहत लिखे स्लोगन प्रशासन ने पुतवाये

स्वच्छ भारत मिशन के तहत घर सुलतानपुर फाउण्डेशन द्वारा दीवालों व
मूत्रालयों आदि जगहों पर स्वच्छता के सम्बन्ध में लिखवाये गये स्लोगन को
जिला प्रशासन ने पुतवा दिया। जिसको लेकर घर सुलतानपुर फाण्डेशन के
सदस्यों में नाराजगी देखी गयी। सदस्यों जिलाप्रशासन पर स्वच्छ भारत मिशन
की धज्जियां उड़ाने का आरोप भी लगा।