UAH, SIO समेत अन्य संगठनों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन

प्रेस विज्ञप्ति: कश्मीर के कठुआ गांव से ताल्लुक रखने वाली आसिफा, उन्नाव और सासाराम में हुए बलात्कार और हत्या के मामले में एस आई ओ ऑफ इंडिया यूपी सेंट्रल ने निदनीय बयान जारी करते हुए विरोध दर्ज कराया है। जिस तरह से एक आठ वर्षीय मासूम बच्ची का अपहरण कर लिया गया और उसे आठ दिन तक मंदिर में रख कर बेहोशी की दवा देकर सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या कर शव को जंगल में फेंक दिया गया यह दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक देश के लोकतांत्रिक गणराज्य में एक दाग है।

कठुआ उन्नाव और सासाराम के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए आज स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ इंडिया और युनाइटेड अगेंस्ट हेट सहित अन्य सामाजिक व छात्रों संगठनों ने मिलकर घंटाघर पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। जिसके तहत सरकार को पीड़ितों को न्याय देने और अपराधियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने की मांग की गई। ताकि इस प्रकार की घटना फिर न हो सके।

विरोध को संबोधित करते हुए एस आई ओ यूपी सेंट्रल के अध्यक्ष मोहम्मद आसिफ अकरम ने कहा कि सरकार इस ओर विशेष ध्यान देते हुए ऐसा कानून बनाए जिससे इस प्रकार की हरकत करने वालों को सख्त से सख्त सजा दी जाए, ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं पर रोक लग सके, उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में जिस तरह से महिलाओं और पसमानदा लोगों का दमन हो रहा है, यह एक लोकतांत्रिक देश के लिए बहुत खतरनाक है।

इसके अतिरिक्त पूर्व आई पी एस एस आर दारापोरी ने उपस्थित लोगों से कहा कि पूरे देश को आठ साल के मासूम की हत्या ने हिला कर आरकेएच दिया है। इसी तरह, उन्नाव की घटना ने हमें यह सोचने के लिए मजबूर कर दिया है कि सरकार में बैठे लोगों का इस्तेमाल समाज के ताने बाने को बिखेरने के लिए किया जा रहा है। महिला सम्मान खतरे में है उन्होंने कहा कि इन दो घटनाओं के अलावा देश में कई जगहों पर बार-बार होने वाली घटनाएं हैं सही सूचक नहीं हैं। इन घटनाओं से सत्ता के शीर्ष पर बैठे लोगों पर कोई फर्क नहीं पड़ता हैं, लेकिन आज का प्रदर्शन देख कर ऐसा लग रहा है कि लोगों में अभी भी मानवता है।

यूनाइटेड अगेन्स्ट हेट के अलीम खान ने संबोधित करते हुए कहा कि उन्नाव में होने वाले हादसे ने राज्य सरकार के लॉ एंड ऑर्डर की कलई खोल दी है और इसके साथ ही कठुआ में होने वाले हादसे ने जम्मू में पीडीपी और भाजपा की मिली भगत को सामने ला दिया है। एस आई ओ ऑफ इंडिया केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकार से भी मांग करती है कि अपराधियों को जल्द से जल्द सज़ा दी जाए ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके।

इसके अलावा कार्यक्रम को अब्दुल हन्नान , जमाते इस्लामी के मोहम्मद साबिर खान, एपीसीआर के नजमुससकिब, मोहम्मद राशिद, मोहम्मद अफजल, अब्दुल्लाह शहीमी, सदफ़ जाफर, रिफ़अत फातिमा आदि ने भी संबोधित किया। लखनऊ विश्वविद्यालय, बीबीडी विश्वविद्यालय और अन्य विश्वविद्यालय और विभिन्न कॉलेज के छात्र बड़ी संख्या में मौजूद थे।